जेल में और 6 हफ्ते गुजारेंगे लालू यादव :-
चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव को एक बार फिर से झटका लगा है। झारखंड हाईकोर्ट ने चारा घोटाला से जुड़े एक मामले में लालू यादव की जमानज अर्जी पर सुनवाई 6 सप्ताह के लिए टाल दी है जिसकी वजह से लालू को फिलहाल जेल में ही समय गुजारना पड़ेगा। लालू के वकील ने सप्लीमेंट्री एफिडेविट दाखिल करने के लिए अतिरिक्त समय की मांग की थी। बता दें कि डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी मामले में दोषी लालू यादव ने हाईकोर्ट में जमानत की अर्जी दाखिल की थी।
लालू यादव के वकील ने क्या कहा
सुनवाई 6 सप्ताह टलने के बाद लालू प्रसाद के अधिवक्ता प्रभात कुमार ने बताया कि सजा की अवधि को लेकर सर्टिफाइड कॉपी नहीं मिल पाने के कारण अदालत की ओर से समय देने का आग्रह किया गया। उन्होंने बताया कि अगले 10-15 दिनों में सत्यापित प्रति मिल जाने की उम्मीद है।
डोरंडा कोषागार घोटाला क्या है
लालू यादव पर एक नहीं बल्कि चारा घोटाला से जुड़े कई मामले दर्ज हैं। शुक्रवार को होने वाली सुनवाई इस घोटाले का पांचवा मामला था। डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी से जुड़ा है जहां ट्रेजरी से 139 करोड़ रुपये निकाल लिए गए थे। गौरतलब है कि लालू यादव को चारा घोटाला से जुड़े तीन मामलों में पहले ही जमानत मिल चुकी है। डोरंडा कोषागार निकासी मामले में सुनवाई के लिए 11 दिसंबर यानी गुरुवार की तिथि तय की गई थी, जो अब 6 हफ्ते आगे बढ़ा दी गयी है।
तीन मामलों में मिली जमानत
लालू यादव को जिन चार मामलों में सजा मिली है उसके खिलाफ उन्होंने हाईकोर्ट में अपील की है। इनमें से तीन मामले में उन्हें जमानत दी जा चुकी है। गौरतलब है कि लालू प्रसाद को सभी मामलों में आधी सजा काटने के आधार पर जमानत दी गई है। दुमका कोषागार मामले में भी उन्होंने इसी आधार पर जमानत मांगी है। साथ ही अपनी बीमारी का हवाला भी दिया है।
सीबीआई कर रही लालू का विरोध
गौरतलब है कि जांच एजेंसी सीबीआई शुरुआत से ही लालू यादव को जमानत देने का विरोध करती रही है। बता दें कि लालू यादव की जमानत याचिका पर सीबीआई ने हाईकोर्ट में एक पूरक शपथपत्र दाखिल किया। सीबीआई ने शपथपत्र में कहा कि लालू ने लगातार जेल नियमावली का उल्लंघन किया है और उनकी तबीयत भी अब स्थिर है। इसलिए, उन्हें रिम्स, रांची से बिरसा मुंडा जेल भेज देना चाहिए। न्यायिक हिरासत से लालू यादव के बिहार के एक बीजेपी विधायक को कथित तौर पर किए गए फोन के मामले में उनके खिलाफ पटना में प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। हालांकि, लालू अपने स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला देकर विभिन्न आधार पर जमानत की मांग कर रहे हैं। इस वजह से उनका ज्यादातर समय आरआईएमएस अस्पताल में ही डॉक्टरों की निगरानी में कटा है।