अलसी का काढ़ा, सिर्फ थायराइड ही नहीं वजन को भी करता है :-
अलसी देखने में तो जरूर होती है मगर इसमें गुणों की खान होती है। इसके बीजों में सेहत से जुड़े कई राज छुपे हुए हैं। अलसी में विटामिंस, मिनरल्स, फाइबर, ओमेगा 3 फैटी एसिड आदि पौषक तत्व भरपूर मात्रा में मिलता है। यह हर व्यक्ति को कई रोगों से बचाव करता है। अलसी का काढ़ा पीने से खांसी, जुकाम, सर्दी, पेट दर्द जैसी समस्याओं से भी आराम मिल जाता है। केवल यही नहीं आप इस काढ़े को पीने से अपनी थायराइड को कंट्रोल करके मोटापा को भी कम करता है। आज हम आपको बताने जा रहे हैं की ये काढ़ा कैसे बनाया जाता है। ऐसे बनाएं अलसी का काढ़ा
ये काढ़ा बनाने के लिए सबसे पहले दो चम्मच अलसी के बीजों को दो कप पानी में मिलकर पानी को आधा रह जाने तक उबाल लें। बस आपका अलसी का काढ़ा बनकर तैयार है। काढ़े को छानकर उसे थोड़ा ठंडा होने पर पिएं।
जानिए अलसी का काढ़ा पीने के क्या हैं फायदे
मोटापा करें कम
शरीर में जमी एक्स्ट्रा चर्बी पिघलाने में यह काढ़ा आपकी काफी सहायता कर सकता है। अगर आपका वजन ज्यादा है, तो आप इस काढ़े प्रयोग अवश्य करें। अलसी में फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है इसलिए ये भूख को कम करके शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
रहता है कंट्रोल ब्लड शुगर
जिनको डायबिटीज की समस्या है उन लोगों के लिए अलसी का काढ़ा किसी वरदान से कम नहीं है। अगर कोई इसे नियमित रूप से सुबह खाली पेट पिए तो उससे डायबिटीज का स्तर काफी हद तक नियंत्रित रहता है।
थायराइड में लाभकारी
अलसी का एक कप काढ़ा सुबह खाली पेट पीने से हाइपोथाइरॉएड और हाइपरथाइरॉएड दोनों स्थितियों में लाभ मिलता है।
जोड़ों के दर्द में मिलेगा आराम
अलसी के काढ़े से साइटिका, नस का दबना, घुटनों जैसे जोड़ों के दर्द में काफी फायदेमंद है।
नहीं होता हार्ट ब्लॉकेज
अलसी का काढ़ा नियमित रूप से 3 माह तक पीने से हार्टरी ब्लॉकेज की समस्या से दूर रखता है। अलसी में ओमेगा-3 काफी मात्रा में होता है जोकि शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल एलडीएल के स्तर को कम करता है।
पेट की समस्याओं को रखें दूर
अलसी का काढ़ा पीने से कब्ज, पेट दर्द, पेट अफरना जैसी समस्याओं से निजात मिलती है।
बालों और त्वचा के लिए लाभकारी
रोज सुबह आधा चम्मच अलसी के बीज गर्म पानी के साथ लेने से बालों के झड़ने की समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाती है। तीन-चार महीने तक इस काढ़े को नियमित रूप से इस्तेमाल करने से बाल सफेद होना रुक जाता है।