दिल्ली में कोरोना मामले हुए कम पर रूक नहीं रहा मौत का सिलसिला, 11 दिनों में 674 की गई जान
राजधानी में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बावजूद इससे मौत के मामले नहीं घट रहे हैं। बीते 11 दिनों में नवंबर की तुलना में दिसंबर में अधिक मौत देखने को मिली है। जबकि, अलग-अलग अस्पतालों में कोरोना के 2273 गंभीर मरीजों का आईसीयू वाले वेंटिलेटर बेड और बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड पर उपचार जारी है।
इस माह 11 दिन में 674 मौत
दिल्ली में कोरोना के मामले भले कुछ समय से कम सामने आ रहे हैं, लेकिन मौत के मामले अभी भी ज्यादा हैं। एक दिसंबर तक दिल्ली में 9260 मौत हुई थी, जबकि 11 दिसंबर तक यह आंकड़ा 9934 पर पहुंच गया। इस तरह एक दिसंबर से लेकर 11 दिसंबर के बीच में 674 मौत हुई। वहीं, इसी अवधि में नवंबर में यह आंकड़ा 666, अक्तूबर में 368 और सितंबर में 225 था। दिल्ली में सितंबर से मौत के मामलों में वृद्धि देखने को मिली है।
921 मरीजों की हालत बेहद गंभीर
कोरोना ऐप से शनिवार शाम को मिली जानकारी के अनुसार, वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड पर 921 गंभीर मरीजों का इलाज चल रहा है। 1525 बेड में से सिर्फ 604 बेड खाली पड़े हैं।
1352 मरीज आईसीयू में भर्ती
अलग-अलग अस्पतालों में बिना वेंटिलेटर वाली आईसीयू बेड पर 1352 मरीजों का उपचार किया जा रहा है। राहत भरी बात यह है कि दिल्ली के अस्पतालों में ऐसे आधे से ज्यादा करीब 2196 बेड खाली पड़े हैं।
अस्पतालों में पांच हजार से कम मरीज
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के उपचार के लिए भर्ती मरीजों की संख्या पांच हजार से भी कम है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार, 11 दिसंबर को अस्पताल में भर्ती मरीजों की संख्या 4954 थी जबकि 13899 बेड खाली पड़े थे।