पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी पर साधा निशाना
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव किसान आंदोलन को लेकर भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर लगातार हमले कर रहे हैं. रविवार को किसानों के समर्थन में अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा है कि अमीरों के चारण बनकर, जो बैठे हैं दरबारों में. झूठ फैलाने निकले वो गांव गली चौपालों में.
दरअसल बीजेपी ने शुक्रवार से देश के अलग-अलग शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस और चौपाल की शुरुआत की है. इसके जरिए बीजेपी किसानों को मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानून के फायदे समझा रही है.
किसान पिछले दो हफ्तों से केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों का पुरजोर विरोध कर रहे हैं. सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत भी हुई है इसके बावजूद बीच का रास्ता नहीं निकला है.
अखिलेश यादव ने इससे पहले किसानो के मुद्दे को लेकर सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सड़कों पर ठिठुरते आंदोलनकारियों की जायज मांगों को लेकर बीजेपी सरकार हृदयहीन रवैया अपनाकर किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है.
सड़कों पर ठिठुरते आंदोलनकारियों की जायज़ माँगों को लेकर भाजपा सरकार हृदयहीन रवैया अपनाकर किसानों की घोर उपेक्षा कर रही है. इस पर जो वैश्विक प्रतिक्रिया आ रही है, उससे दुनियाभर में भारत की लोकतांत्रिक छवि को गहरी ठेस पहुँची है.
भाजपा सरकार पोषण करनेवालों का शोषण करना बंद करे! pic.twitter.com/HYECcGk6CD
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 11, 2020
पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा कि इस पर जो वैश्विक प्रतिक्रियाएं आ रही हैं, उससे दुनियाभर में भारत की लोकतांत्रिक छवि को गहरी ठेस पहुंची है. बीजेपी सरकार पोषण करने वालों का शोषण करना बंद करे. नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों को स्पष्ट संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कहा था कि कृषि क्षेत्र में किये गये सुधारों से उन्हें नये बाजार उपलब्ध होंगे और उनकी आय बढ़ेगी.
उन्होंने कहा था कि नये कृषि कानूनों के जरिये कृषि क्षेत्र में बाधाओं को हटाने का काम किया गया है. इससे क्षेत्र में नई प्रौद्योगिकी आयेगी और निवेश बढ़ेगा. केंद्र के नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों द्वारा आंदोलन को और तेज करने तथा जयपुर-दिल्ली एवं दिल्ली-आगरा एक्सप्रेसवे को अवरुद्ध करने की घोषणा के मद्देनजर दिल्ली पुलिस ने शहर की सीमाओं पर सुरक्षा बंदोबस्त बढ़ा दिए हैं. गौरतलब है कि कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े हजारों किसान बीते 17 दिन से दिल्ली की सीमाओं पर प्रदर्शन कर रहे हैं.