उत्तर प्रदेश : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सड़क मार्ग से पहुंचना पड़ा मेरठ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दो दिन के पश्चिमी उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. कार्यक्रम के मुताबिक रविवार सुबह 11 बजे मुख्यमंत्री को मेरठ के कृषि विश्वविद्यालय पहुंचना था, लेकिन खराब मौसम के कारण सीएम योगी का हेलीकाॅप्टर लैंड नहीं कर सका.
इसके बाद सीएम वापस गाजियाबाद लौट गए. वहां से हापुड़ होते हुए सड़क मार्ग से कार द्वारा दोपहर लगभग 1.25 बजे मेरठ पहुंचे. मेरठ में सरदार वल्लभ भाई पटेल कृषि विश्वविद्यालय में नवनिर्मित केंद्रीय पुस्तकालय के भवन का उद्घाटन किया यहीं पर कई कृषि योजनाओं को शुरू करने के साथ ही कई विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया.
मेरठ के सरदार बल्लभ भाई पटेल के हाईटेक लाइब्रेरी के उद्घाटन के बाद अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा आज लोग इसलिए परेशान हैं क्योंकि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश को आगे ले जा रहे हैं.
इसलिए षडयंत्र रच रहे हैं क्योंकि किसानों को आज गन्ना का भुगतान हो रहा है. किसानों के खाते में पैसा जा रहा है, किसानों को फसल बिमा योजना के साथ कई कार्यक्रम आज चल रहे हैं. ये वही लोग हैं जो भारत से नफरत करते हैं और आज किसान आन्दोलन की आड़ में एक बार फिर षडयंत्र रच रहे हैं.
इससे पहले 10 दिसंबर की शाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का विमान अचानक लखनऊ के बीच रास्ते से वापस गोरखपुर लौट आया था. जानकारी के मुताबिक, घने कोहरे के कारण विजिबिलिटी काफी कम हो गया था
जिसके कारण सीएम के विमान को वापस गोरखपुर लाना पड़ा था. सीएम योगी ने गाजियाबाद इंदिरापुरम में नवनिर्मित कैलाश मानसरोवर भवन का शनिवार शाम लोकार्पण किया. उसके बाद वे भवन के हर तल पर गए और अवलोकन किया.
दिल्ली की सीमा से सटे इंदिरापुरम में धर्मार्थ विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा नवनिर्मित कैलाश मानसरोवर भवन का निर्माण 9000 वर्ग मीटर में लगभग 132 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है.
कैलाश मानसरोवर भवन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का ड्रीम प्रोजेक्ट है. इस भवन का निर्माण कार्य 6 जून 2018 में शुरू किया गया था. बेसमेंट सहित 6 तल में बने मानसरोवर भवन में 280 लोगो के रुकने की व्यवस्था है. बेसमेंट में पार्किंग, अंडरग्राउंड टैंक और पम्प रूम बनाए गए है.