नए कृषि आंदोलन : कृषि मामलों पर GOM की होने वाली बैठक
थोड़ी देर में कृषि मामलों की GOM बैठक होने वाली है. कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, गृह मंत्री अमित शाह समेत तमाम अधिकारी इस बैठक में मौजूद रहेंगे. आज किसान आंदोलन का 19वां दिन भी है. ऐसे में ये बैठक काफी अहम हो जाती है.
भारतीय किसान यूनियन एकता के महासचिव सुखदेव सिंह ने पंजाब के 32 किसान यूनियन के एक दिन के अनशन के फैसले से खुद को अलग करते हुए कहा कि वह भूख हड़ताल नहीं करेंगे.
सुखदेव ने पिछले सप्ताह एक कार्यक्रम आयोजित कर गिरफ्तार किए गए कार्यकर्ताओं को रिहा करने की मांग की थी. सुखदेव ने कहा हम एक दिन का अनशन नहीं करेंगे. किसान आंदोलन के समर्थन में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया, दिल्ली सरकार में मंत्री सत्येंद्र जैन, गोपाल राय और आम आदमी पार्टी के अन्य नेता भूख हड़ताल पर बैठ हुए हैं.
कैप्टन जी, मैं शुरू से किसानों के साथ खड़ा हूँ। दिल्ली के स्टेडीयम जेल नहीं बनने दी, केंद्र से लड़ा। मैं किसानों का सेवादार बनके उनकी सेवा कर रहा हूँ
आपने तो अपने बेटे के ED केस माफ़ करवाने के लिए केंद्र से सेटिंग कर ली, किसानों का आंदोलन बेच दिया? क्यों? https://t.co/J3VzLgCI3M
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 14, 2020
किसान नेताओं ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ अनशन शुरू कर दिया है. इस बीच, दिल्ली की सीमाओं पर चल रहे प्रदर्शन से और लोगों के जुड़ने की संभावना है. किसान नेता बलदेव सिंह ने कहा किसान संगठनों के प्रतिनिधियों ने सिंघु बॉर्डर पर भूख हड़ताल शुरू कर दी है
सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता कृषि कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल कर रहे हैं। #FarmersProtests pic.twitter.com/1ByJtefjRp
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ जयसिंहपुर खेड़ा बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है. एक प्रदर्शनकारी ने कहा हम दिल्ली जा रहे थे हमें हरियाणा पुलिस ने रोका, किसान संगठन जब बुलाएंगे तो हम नाकों को तोड़ कर दिल्ली बॉर्डर पर जाएंगे. 500 ट्रैक्टर-ट्राली आ रहे हैं
कृषि कानूनों के खिलाफ टिकरी बॉर्डर पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान आज इन कानूनों के खिलाफ भूख हड़ताल पर हैं। #FarmersProtests pic.twitter.com/Q96F6u1hmP
— ANI_HindiNews (@AHindinews) December 14, 2020
भारतीय किसान यूनियन दोआबा के अध्यक्ष मनजीत ने कहा हम सरकार को ये संदेश देना चाहते हैं कि जो अन्नदाता देश का पेट भरता है उसको आज आपकी गलत नीतियों की वजह से भूखा बैठना पड़ रहा है.