मोदी सरकार के किसान बिल को लेकर शिवपाल सिंह यादव ने सरकार को घेरा
यूपी में किसान बिल को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. इसी कड़ी में सोमवार को समाजवादी पार्टी से अलग होकर अपनी प्रगतिशील समाजवादी पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा.
कानपुर पहुंचे शिवपाल यादव ने कहा कि किसानों के साथ भाजपा के राज में बहुत शोषण हो रहा है है, वहीं उनकी जमीनों पर भी खतरा मंडरा रहा है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के किसान बिल से केवल पूंजीपतियों को फायदा होगा.
प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि किसानों को गेंहू, धान, मक्का की खरीद में निर्धारित समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है. क्योंकि बहुमत के बल पर सरकार मनमानी कर रही है. नोट बंदी, जीडीपी के साथ साथ देश की अर्थव्यवस्था की स्थिति भी ठीक नहीं है.
वहीं उत्तर प्रदेश में भी अपराध लगातार बढ़ रहा है. शिवपाल ने दावा करते हुए कहा कि 2022 में छोटी बड़ी पार्टियों और धर्मनिरपेक्ष लोगों के साथ गठबंधन से चुनाव लड़ेंगे, फिलहाल ओवैसी से अभी तक बात नहीं हुई है.
बता दें कि उत्तर प्रदेश में किसानों के आंदोलन को समाजवादी पार्टी का पूरा सहयोग मिल रहा है. उधर प्रदेश सरकार भी इस आंदोलन की आड़ में किसी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है.
जिलों में पुलिस का पहरा काफी सख्त है. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सभी जिलों में शांतिपूर्ण अहिंसात्मक धरना देने के निर्देश दिए हैं. मऊ जिले में किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सहित 40 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी हुई.
सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय को गिरफ्तार किया गया. बिना अनुमति के किसान आंदोलन के समर्थन में निकाला था जुलूस. एसपी की मौजूदगी में हुई सबकी गिरफ्तारी.
हाथरस में किसान आंदोलन को लेकर सपा के कार्यकर्ता को पुलिस ने नजरबंद कर दिया. कलेक्ट्रेट परिसर में धरने के लिए सपाई जा रहे थे. राष्ट्रीय लोक दल के नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए हवन यज्ञ किया.