पश्चिम बंगाल : टीएमसी नेता जितेंद्र तिवारी ने लिया यू-टर्न
पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस के अंदर कई राजनीतिक उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहे हैं. राज्य में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जीतेंद्र तिवारी ने यू-टर्न ले लिया है
ममता बनर्जी से मांफी मांगते हुए पार्टी में बने रहने का ऐलान कर दिया है. इससे पहले इस बात को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि गृहमंत्री अमित शाह के बंगाल दौर के दौरान जीतेंद्र तिवारी बीजेपी में शामिल हो सकते हैं.
खबर है कि जितेंद्र तिवारी के यू-टर्न के पीछे बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो की नाराजगी है. आसनसोल से सांसद बाबुल सुप्रियो ने जितेंद्र तिवारी को बीजेपी में शामिल करने का विरोध किया था.
उन्होंने इस मामले पर एक फेसबुक पोस्ट भी लिखी थी, जिसमें उन्होंने विरोध दर्ज कराते हुए कहा था कि वो नहीं चाहते हैं कि जितेंद्र तिवारी जैसे नेता पार्टी में शामिल हो. बीजेपी सूत्रों के मुताबिक बाबुल सुप्रियो की ओर से सार्वजनिक तौर पर उनके खिलाफ विरोध करने के बाद पार्टी ने जितेंद्र तिवारी से किनारा करने का फैसला लिया.
बीजेपी सांसद बाबुल सुप्रियो ने फेसबुक पोस्ट के जरिए कहा, मैं ये इसलिए लिख रहा हूं क्योंकि कुछ लोग अफवाह फैलाने की कोशिश में लगे हुए हैं. ऐसी खबरें है कि मैंने आसनसोल के टीएमसी नेताओं के साथ अंडर-टेबल डीलिंग की है
टीएमसी ये वो सभी नेता बीजेपी में शामिल होने वाले हैं. उन्होंने कहा, मैं साफतौर पर बता दूं कि ऐसी किसी भी तरह की डीलिंग करके पार्टी में अपने सहयोगियों के साथ मैं विश्वासघात नहीं करूंगा.
बता दें कि जितेंद्र तिवारी में अब ममता बनर्जी से माफी मांगी है. जितेंद्र तिवारी ने मंत्री अरुप बिस्वास से मुलाकात के दौरान ममता बनर्जी से माफी मांगी. इस दौरान राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर भी वहां मौजूद रहे.
बता दें कि जितेंद्र तिवारी टीएमसी के विधायक रह चुके हैं. उन्होंने गुरुवार को पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था. इससे पहले उन्होंने आसनसोल नगर निगम के बोर्ड ऑफ चेयरपर्सन पद से इस्तीफा दिया था.