देश की ग्रोथ स्टोरी पर दुनिया को भरोसा : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज दुनिया को भारत की ग्रोथ स्टोरी पर भरोसा है. उन्होंने कहा कि पैनडेमिक के दौर में भी भारत में रिकॉर्ड FDI आया है. एसोचेम सम्मलेन को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि भारत अपने सामर्थ्य पर भरोसा करते हुए, अपने संसाधनों पर भरोसा करते हुए आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है.
उन्होंने कहा कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए मैन्युफेक्चरिंग पर हमारा विशेष फोकस है. पीएम ने कहा मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर Reforms कर रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के उद्योगपतियों को संबोधित करते हुए कहा कि बीते 100 सालों से आप सभी देश की अर्थव्यवस्था को, करोड़ों भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने में जुटे हैं. इसलिए आज वो समय है, जब हमें प्लान भी करना है और एक्ट भी करना है. हमें हर साल के, हर लक्ष्य को राष्ट्र निर्माण के एक बड़े लक्ष्य के साथ जोड़ना है.
पीएम ने कहा कि अब आने वाले वर्षों में आत्मनिर्भर भारत के लिए आपको पूरी ताकत लगा देनी है. इस समय दुनिया चौथी औद्योगिक क्रांति की तरफ तेज़ी से आगे बढ़ रही है. नई टेक्नॉलॉजी के रूप में चुनौतियां भी आएंगे और अनेक समाधान भी.
The world has confidence in the Indian economy. During the coronavirus pandemic when the world is distraught over channelling investments, we have received a record amount of FDI. We have to increase our domestic investments in order to sustain this confidence: PM Narendra Modi https://t.co/vo1KuTnxci
— ANI (@ANI) December 19, 2020
आजादी के 100 साल के लक्ष्य की चर्चा करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि हमारा चैलेंज सिर्फ आत्मनिर्भरता ही नहीं है. बल्कि हम इस लक्ष्य को कितनी जल्दी हासिल करते हैं, ये भी उतना ही महत्वपूर्ण है. आने वाले 27 साल भारत के वैश्विक भूमिका को ही तय नहीं करेंगे, बल्कि ये हम भारतीयों के Dreams और Dedication, दोनों को टेस्ट करेंगे. ये समय भारतीय इंडस्ट्री के रूप में आपकी Capability, Commitment और Courage को दुनिया भर को दिखा देने का है.
उन्होंने कहा कि मैन्युफेक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हम निरंतर Reforms कर रहे हैं. देश आज करोड़ों युवाओं को अवसर देने वाले Enterprise और Wealth Creators के साथ है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि दुनिया को भारत की अर्थव्यवस्था में विश्वास है. कोरोनावायरस के समय जब दुनिया में निवेश की चुनौतियां थी उस वक्त हमारे यहां रिकॉर्ड FDI निवेश आया. इस विश्वास को कायम रखने के लिए हमें अपना घरेलू निवेश बढ़ाने की जरूरत है.