किसान आंदोलन : अखिलेश यादव केंद्र सरकार पर लगातार साध रहे निशाना अब कहा 23 दिसंबर को सपा करेगी बड़ा प्रदर्शन
कृषि कानून 2020 को लेकर जारी किसानों के आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में है. 23 दिसंबर को समाजवादी पार्टी चौ.चरण सिंह की जयंती के मौके पर प्रदर्शन करेगी.
अखिलेश यादव की पार्टी सपा गांवों में प्रदर्शन कर किसानों को आंदोलन से जोड़ेगी. सपा की जिला और महानगर इकाइयां यात्रा करेंगी और किसानों को मौजूदा कृषि कानून की खामियों के बारे में बताएगी. सपा प्रमुख अखिलेश यादव केंद्र सरकार पर लगातार निशाना साध रहे हैं. उन्होंने ट्विटर पर कृषि कानून को लेकर सरकार के खिलाफ कई ट्वीटस भी किए हैं.
शनिवार को उन्होंने ट्विटर पर लिखा था अगर पश्चिम बंगाल में भाजपा की रैली करने के लिए कोरोना नहीं है, तो संसद सत्र चलाने के लिए दिल्ली में क्यों है. संसद में किसानों के पक्ष में जन प्रतिनिधियों के आक्रोश से बचने के लिए भाजपा सरकार कोरोना का बहाना बना रही है. भाजपा संसदीय-सांविधानिक परंपराओं का क़त्लेआम कर रही है.
वहीं एक अन्य ट्वीट में भी अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने लिखा था भाजपा ने कृषि-क़ानून बनाने से पहले किसानों को ख़बर तक न होनी दी, अब ‘किसान सम्मेलन’ करके इसके लाभ समझाने का ढोंग कर रहे हैं. सच तो ये है कि किसानों का सच्चा लाभ स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू होने से होगा, तभी आय दोगुनी हो सकती है. ये कृषि-क़ानून नहीं भाजपा का शिकंजा है
बता दें कि किसान आंदोलन के जोर पकड़ने के बाद यह पहली बार नहीं है जब सपा किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करने जा रही है. इससे पहले सात दिसंबर को भी अखिलेश यादव कन्नौज में प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन पुलिस ने उन्हें घर से बाहर नहीं निकलने दिया था जिसके बाद लखनऊ और कई अन्य इलाकों में समाजवादी पार्टी के लोगों ने प्रदर्शन किया था.