राजस्थान के शहरी निकायों के चुनावों में दिखा महिला शक्ति का असर लगभग 100 फीसदी सीटों पर किया कब्जा
राजस्थान में शहरी निकायों के चुनावों के परिणाम आने के साथ ही कांग्रेस और बीजेपी में किसके हिस्से में कितनी सीटें आईं की चर्चाएं हैं. लेकिन इस बीच दौसा की सभी सीटों पर महिलाओं के काबिज होने की खबर आई है.
सचिन पायलट के प्रभाव वाला क्षेत्र माने जाने वाले दौसा में अब महिला शक्ति का राज है. दौसा की सभी शहरी निकायों में महिलाओं का कब्जा हो गया है. महवा में पहले से ही महिला चेयरमैन थीं. अब तीन और निकायों में भी सत्ता महिलाओं का हाथ में है. दौसा जिले में शहर की सत्ता की चाबी अब महिलाओं के कब्जे में है. दौसा जिले में कुल 4 शहरी निकाय हैं और चारों में ही महिलाओं का कब्जा है.
एक वर्ष पूर्व जब महुआ नगर पालिका का चुनाव हुआ था तो यहां कांग्रेस की नर्मदा गुर्जर चेयरमैन बनी थीं. इसके बाद बीते रविवार को जब निकाय अध्यक्षों का चुनाव हुआ तो दौसा जिले की तीन 4 निकायों में महिलाओं का कब्जा हो गया. दौसा नगर परिषद में सभापति के पद पर ममता चौधरी काबिज हो गईं. वहीं लालसोट नगर पालिका में रक्षा मिश्रा व बांदीकुई नगर पालिका में इंद्रा बैरवा चेयरमैन बनीं. ऐसे में दौसा जिले में 4 शहरी निकाय हैं और चारों में ही महिलाएं काबिज हैं.
राजस्थान की महिला एवं बाल विकास मंत्री ममता भूपेश का कहना है कि दौसा में 100 फीसदी निकायों में महिलाओं के काबिज होने से यह स्पष्ट है कि महिलाएं अब अबला नहीं हैं. पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की सोच थी कि महिलाओं को आगे आना चाहिए. इसके लिए उन्हें आरक्षण दिया गया. मंत्री ममता ने कहा कि जो महिलाओं के हाथों में सत्ता आई है तो वे विकास करेंगी और श्रेष्ठ कार्य करके महिलाएं अपने आपको साबित करेंगी.