गाजियाबाद में औसत वायु गुणवत्ता हुई गंभीर
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राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के नोएडा, ग्रेटर नोएडा गाजियाबाद और फरीदाबाद में मंगलवार को औसत वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गयी. एक सरकारी एजेंसी द्वारा जारी किए गए पिछले 24 घंटे के आंकड़े में यह जानकारी सामने आई.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के वायु गुणवत्ता सूचकांक के अनुसार दिल्ली के आसपास के पांच शहरों में प्रदूषकों- पीएम 2.5 और पीएम 10 की उपस्थिति अधिक रही.
उल्लेखनीय है कि शून्य से 50 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बेहद खराब’ और 401 से 500 के बीच ‘गंभीर’ श्रेणी में माना जाता है. सीपीसीबी के प्रदूषण सूचकांक ऐप ‘समीर’ के अनुसार मंगलवार को अपराह्न चार बजे तक पिछले 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक गाजियाबाद में 458, गाजियाबाद में 450, नोएडा में 437, ग्रेटर नोएडा में 450, फरीदाबाद में 407 और गुड़गांव में 377 दर्ज किया गया.
सीपीसीबी का कहना है कि वायु गुणवत्ता के बहुत खराब श्रेणी में लंबे समय तक रहने से सांस संबंधी परेशानियां हो सकती हैं जबकि इसकी गंभीर श्रेणी तो स्वस्थ व्यक्ति पर भी असर डालती है. सोमवार को गाजियाबाद में वायु गुणवत्ता सूचकांक 391, नोएडा में 363, ग्रेटर नोएडा में 366, फरीदाबाद में 289 और गुड़गांव में 271 दर्ज किया गया