पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयंती के अवसर पर किसानों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित
देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की 118वीं जयंती के अवसर पर किसानों को सम्मानित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर नए कृषि कानून की आड़ में किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाया. राजधानी लखनऊ के लोकभावन में आयोजित किसान सम्मान कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के नाम पर राजनीति करने वाले लोग जब सत्ता में आते थे तो चीनी मीलों के बंद होने पर चुप्पी साध लेते थे. लेकिन हमारी सरकार में कोरोना काल के दौरान भी चीनी मिलें चलती रही. मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन लोगों को किसानों की खुशहाली बर्दाश्त नहीं वे लोग नए कृषि कानून की आड़ में गुमराह करने में जुटे हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि एमएसपी और मंडियां ख़त्म नहीं हो रही. इसके बावजूद किसानों को गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नए कानून किसान की उपज का मुनाफा उसके खाते में डालने का काम करेंगे. किसानों को जहां से अच्छा मूल्य मिलेगा वहां अपनी उपज बेचने को स्वतंत्र होंगे लेकिन जिन्हें यह अच्छा नहीं लग रहा है वे किसानों को गुमराह कर रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किसानों के जीवन में खुशहाली लाने के लिए लागत का डेढ़ गुना दाम कृषि कानून में तय किया गया है. यही वजह है कि प्रत्येक किसान को एमएसपी का लाभ मिल सका, यह प्रधानमंत्री की सोच का परिणाम है. किसानों को बिचौलियों व साहूकारों से मुक्ति मिल सके, इसके लिए भी पर्याप्त व्यवस्था की गई है. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को सहायता पहुंचाई जा रही है. इसके तहत प्रत्येक किसान के खाते में 6 हजार रुपए प्रतिवर्ष भेजने की व्यवस्था की है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के तहत 54 हजार करोड़ वार्षिक और 18 हजार करोड़ की धनराशि प्रत्येक चार माह में किसानों के खातों में भेजी जाती है. इससे किसान समय पर खाद, बीज, कृषि रसायन खरीद कर खेती के लिए अपनी जरूरत को पूरा करता है. किसान को तकनीक के साथ जोड़ने का कार्य चल रहा है. किसानों को मृदा परीक्षण की सुविधा दी गई. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना को आगे बढ़ाया गया. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना से हर खेत तक पानी पहुंचाया गया. किसानों से जुड़े कार्य यद्धस्तर पर चल रहे हैं.