मुख्यमंत्री ने किसान सम्मान दिवस पर किसानों को सम्मानित किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज यहां लोकभवन में पूर्व प्रधानमंत्री व किसान नेता स्व0 चैधरी चरण सिंह की 118वीं जयन्ती पर आयोजित किसान सम्मान दिवस के अवसर पर किसान योजना के अन्तर्गत किसानों को सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने किसान क्रेडिट कार्ड एप का लोकार्पण किया।
अपने सम्बोधन में मुख्यमंत्री जी ने कहा कि चैधरी चरण सिंह जी ने जीवन पर्यन्त किसानों की खुशहाली के लिए कार्य किया। स्व0 चैधरी चरण सिंह जी का मानना था कि देश की खुशहाली का रास्ता, गांवों के खेतों और खलिहानों से होकर गुजरता है।
वर्तमान केन्द्र व राज्य सरकार किसानों के हितार्थ कार्य कर रही है। किसानों के परिश्रम और पुरुषार्थ का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश देश में सर्वाधिक खाद्यान्न उत्पादन करने वाला राज्य है। प्रगतिशील किसान उन्नत खेती करके देश और प्रदेश के विकास में सहभागी बन रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि राज्य सरकार कृषि, पशुपालन, बागवानी व मत्स्य पालन को बढ़ावा दे रही है, जिससे किसानों की आय में आशातीत वृद्धि की जा सके। उन्होंने कहा कि देश की 16.5 प्रतिशत आबादी उत्तर प्रदेश में निवास करती है। देश के खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश 21 से 22 प्रतिशत का योगदान करता है। प्रदेश के किसान आत्मनिर्भर भारत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि सरकार किसान के हित में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। सरकार किसानों को लागत कम करने और उत्पादकता बढ़ाने पर जोर दे रही है। प्रदेश के 04 कृषि विश्वविद्यालयों के माध्यम से कृषि विज्ञान केन्द्रों को जोड़ा गया है। प्रधानमंत्री जी ने झांसी केन्द्रीय विश्वविद्यालय का शुभारम्भ किया है।
वर्तमान में 89 कृषि विज्ञान केन्द्र नई परिकल्पनाओं के साथ किसानों को तकनीक के माध्यम से जोड़ने का काम कर रहे हंै। उन्होंने कहा कि कृषक को समृद्ध करके ही देश को खुशहाल बनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कृषि प्रधानता भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है। प्रधानमंत्री जी किसानों की आय को दोगुना करने के लिए पूरी प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी का मानना है कि स्थानीय उत्पाद देश की प्रगति का आधार है। स्थानीय उत्पाद का कृषि से गहरा जुड़ाव होता है।
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम से देश के शिल्पकार, गांव व कस्बे जुड़े हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को मृदा परीक्षण की सुविधा दी गयी है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से बड़ी संख्या में किसानों को लाभान्वित किया गया है। प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजनाओं से हर खेत तक पानी पहुंचाया जा रहा है। किसानों से जुड़े सभी कार्य युद्धस्तर पर किये जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि किसानों को बिचैलिये व साहूकारों से मुक्ति मिल सके, इसके लिए प्रधानमंत्री जी द्वारा किसानों के हितों को ध्यान में रखते हुए, प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के माध्यम से किसानों को सहायता पहुंचायी जा रही है। इसके तहत प्रत्येक किसान के खाते में प्रतिवर्ष 6,000 रुपये की धनराशि अन्तरित की जा रही है।
इस तरह 54,000 करोड़ रुपये वार्षिक और 18,000 करोड़ रुपये की धनराशि प्रत्येक 04 माह में किसान सम्मान निधि योजना के माध्यम से उन्हें उपलब्ध करायी जाती है, जिससे किसान खाद, बीज, रसायन खरीद कर अपनी जरूरतों को समय पर पूरा कर सकें।
प्रधानमंत्री जी 25 दिसम्बर, 2020 को सम्मान निधि की अगली किस्त के रूप में किसानों के खातों में कुल 18,000 करोड़ रुपये की धनराशि अन्तरित करेंगे। उन्होंने कहा कि किसानों को एम0एस0पी0 के माध्यम से लागत का डेढ़ गुना दाम दिया जा रहा है, जो प्रधानमंत्री जी की सोच का ही परिणाम है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि केन्द्र सरकार की तर्ज पर प्रदेश सरकार भी किसानों के हितों में कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि किसानों के 36,000 करोड़ रुपये के ऋणमोचन का कार्य किया गया है। लम्बित सिंचाई परियोजनाओं को समयबद्ध ढंग से पूरा करने का कार्य प्रदेश सरकार कर रही है। गन्ना किसानों को 01 लाख 12 हजार करोड़ रुपये का भुगतान किया है।
वर्तमान राज्य सरकार ने बन्द चीनी मिलों को पुनर्संचालन करने व विस्तारीकरण का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि स्व0 चैधरी चरण सिंह की कर्मभूमि में बन्द रमाला चीनी मिल को पुनः संचालित कर विस्तारीकरण किया गया है। इससे प्रतिदिन 50,000 कुन्तल गन्ने की पेराई की जा रही है। साथ ही, 27 मेगावाॅट बिजली का उत्पादन भी किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आजादी के बाद प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में किसानों के हितों में सर्वाधिक कार्य किया गया है। किसानों के जीवन में व्यापक सकारात्मक बदलावों के लिए प्रधानमंत्री जी निरन्तर प्रयासरत है। केन्द्र सरकार द्वारा 03 कृषि बिल पास किये गये हैं, जो किसानों को शोषण से मुक्त कराएंगे।
किसान बिना किसी टैक्स के देश के किसी भी मण्डी में अपना उत्पाद बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मण्डियां समाप्त नहीं होंगी और न ही एम0एस0पी0 खत्म की जाएगी। प्रधानमंत्री जी के प्रयासों से ही मण्डियों को म.छ।ड से जोड़ा गया है। काॅन्ट्रैक्ट खेती में सरकार किसानों का हित सुरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने गेहूं, चना, मटर, मसूर, राई, सरसों, धान, मक्का, तथा उड़द की फसलों में राज्य स्तर पर प्रति हेक्टेयर अधिकतम उत्पादकता प्राप्त करने वाले किसानों को फसलवार क्रमशः प्रथम पुरस्कार के रूप में 01 लाख रुपये, द्वितीय पुरस्कार के तहत 75 हजार रुपये तथा तृतीय पुरस्कार के लिए 50 हजार रुपये, प्रमाण-पत्र एवं एक शाॅल देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी द्वारा कृषि क्षेत्र के अन्तर्गत मत्स्य पालन, केला टिशु कल्चर व सब्जी उत्पादन तथा कृषि विविधीकरण के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य करने वाली 09 महिला कृषकों को भी सम्मानित किया। प्राकृतिक खेती, एफ0पी0ओ0, दृष्टि योजना, इन-सी-टू योजना के लाभार्थियों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री कृषक दुर्घटना सहायता योजना, के लाभार्थियों को आर्थिक मदद प्रदान की गयी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने मुख्यमंत्री कृषक उपहार योजना के अन्तर्गत 11 कृषकों को ट्रैक्टर की चाबी प्रदान की एवं उन्हें झण्डी दिखाकर रवाना भी किया।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने पूर्व प्रधानमंत्री व किसान नेता स्व0 चैधरी चरण सिंह की जयन्ती पर
विधानसभा स्थित उनके चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि किसानों की खुशहाली से देश खुशहाल हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में किसानों के कल्याण के लिए सारी योजनाएं कारगर तरीके से लागू की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 में जितना खाद्यान्न उत्पादन देश में होता था, उतना खाद्यान्न उत्पादन आज उत्तर प्रदेश में होता है।
इस मौके पर उपकार के अध्यक्ष कैप्टन विकास गुप्ता ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस अवसर पर गन्ना विकास मंत्री श्री सुरेश राणा, कृषि राज्यमंत्री श्री लाखन सिंह राजपूत, मत्स्य एवं दुग्ध विकास राज्यमंत्री श्री जय प्रताप निषाद, जलशक्ति राज्यमंत्री श्री बलदेव ओलख,
मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव कृषि श्री देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, बड़ी संख्या में किसान व अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।