किसान गोष्ठी में केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित योजनाओं एवं उपलब्धियों के बारे में ,…..
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत सहकारी समितियों के वित्तीय पॉवरहाउस राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम तथा स्वामी विवेकानंद योग अनुसंधान संस्थान (एस-व्यास), बेंगलुरु के अनूठे वैश्विक योग विश्विद्यालय ने सहकारिताओं के माध्यम से देश भर में योग वेलनेस केंद्र तथा प्राकृतिक चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता को बढाने के लिए कार्य किया जायेगा। सहकारी समितियों के माध्यम से इन लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए दोनों संगठनों ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
यह जानकारी श्री सुधॉशु शर्मा, क्षेत्रीय निदेशक, राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम, लखनऊ द्वारा दी गई। श्री सुधांशु शर्मा द्वारा बताया गया कि केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद येसो नाइक ने कहा कि दोनों प्रमुख संस्थानों द्वारा यह कदम समय से उठाए गए हैं और इससे ग्रामीण क्षेत्र में योग को बढ़ावा मिलेगा।
श्री शर्मा ने बताया कि केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री पुरुषोत्तम रुपाला ने एनसीडीसी द्वारा किसान कल्याण कार्यक्रमों को आयुष्मान सहकार, जिसे उन्होंने दो महीने पूर्व लांच किया था, जिसके अंतर्गत विस्तार देकर जोड़े गए नए आयाम के लिए सराहना की ।
ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा वितरण प्रणाली को मजबूत करने के लिए योग वेलनेस सेंटर भी सहकारिताओं के लिए अच्छा बिजनेस मॉडल होगा। श्री शर्मा ने बताया कि एनसीडीसी के एमडी संदीप नायक ने कहा कि एनसीडीसी योजना आयुष्मान सहकार 10,000 करोड़ रुपये के परिव्यय के साथ 19 अक्टूबर, 2020 को शुरू की गई थी।
इसका उद्देश्य सहकारी समितियों के लिए वित्तीय सहायता का विस्तार करना है । इस योजना में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे और सेवाओं के वित्तपोषण के लिए व्यापक और समग्र दृष्टिकोण है। इसमें अस्पताल, हेल्थकेयर की बुनियादी सुविधाएँ, मेडिकल शिक्षा, नर्सिंग शिक्षा, पैरामेडिकल शिक्षा, दवा विनिर्माण, डिजिटल हेल्थ, लेबोरेटरी सेवाएँ, हेल्थ इंश्योरेंस और भारतीय पारंपरिक प्रणाली जैसे आयुर्वेद, योग, नेचुरोपैथी, यूनानी, सिद्धा और होम्योपैथी शामिल हैं।
श्री शर्मा ने बताया कि आपसी सहयोग के निर्माण के लिए स्वास्थ्य सेवा और योग शिक्षा तथा प्रशिक्षण, साक्ष्य आधारित अनुसंधान, अध्ययन, नीति विश्लेषण, नीति परामर्श, नीति के सार्वजनिक हित में मूल शक्तियों, अनुभव और संस्थागत उद्देश्यों को सीखने, आत्मसात करने और आगे विकसित करने, सतत विकास के लिए स्वास्थ्य और चिकित्सा बहुलवाद के व्यापक और समग्र दृष्टिकोण के रूप में किसानों
सहकारी समितियों के विकास से संबंधित मुद्दों और क्षेत्रों पर सलाह, परामर्श, निगरानी, मूल्यांकन, प्रणाली विकास और प्रौद्योगिकी विकास के लिए आज समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। श्री शर्मा ने बताया कि प्रदेश में लगभग 7500 प्राथमिक सहकारी समितियॉं न्याय पंचायत स्तर पर है।
इस योजना का लाभ ग्रामीण वासियों को सहकारी समितियों के माध्यम से योग, आयुर्वेद द्वारा स्वास्थ्य बेहतरी के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। समझौता ज्ञापन का उद्देश्य एनसीडीसी द्वारा अपनी योजना सहकार मित्र के तहत पेश किए गए इंटर्नशिप के अवसरों के माध्यम से एस-व्यास के छात्रों एवं पूर्व छात्रों के कौशल को बढ़ावा देना है ।