प्रदेश में स्थित इको टूरिज्म सेंटर की ब्रांडिंग उत्तर प्रदेश सहित अन्य राज्यों में करने के निर्देष
उत्तर प्रदेष में ईको टूरिज्म को बढावा देने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री दारा सिंह चैहान और पर्यटन मंत्री श्री नीलकंठ तिवारी ने संयुक्त बैठक की।
बैठक में मंत्रियों ने अधिकारियों को निर्देष दिए कि प्रदेष मंें स्थित इको टूरिज्म सेंटर की ब्राडिंग उत्तर प्रदेष सहित अन्य राज्यों मे की जाय। वन विभाग तथा पर्यटन विभाग की एक संयुक्त कमेटी बनायी जाय, जिसमें 4 से 6 अधिकारी नामित किये जाय। यह कमेटी उत्तर प्रदेष के इको टूरिस्ट सेंटर का निरीक्षण कर अपने सुझाव 15 दिन के अंदर प्रस्तुत करें।
वन विभाग मुख्यालय पर कल देर रात्रि आयोजित बैठक मे यह भी निर्देष दिए गये कि वन एवं पर्यटन विभाग पूरे वर्श का एक कैलेण्डर बनाकर संयुक्त रूप से कार्यक्रम का क्रियान्वयन करेगें। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेष में अन्य प्रदेषों की तरह इको टूरिज्म बोर्ड बनाने पर विचार किया जाय।
इको पर्यटन को बढावा देने के लिए निजी निवेषकों को आमंत्रित कर सुंयक्त विकास के माडल पर सम्भावनाएं को तलाषा जाय। इसके साथ ही वन क्षेत्र के बाहर प्राइवेट पब्लिक पाॅटनरषिप (पीपीपी) माॅडल के आधार पर पर्यटन को बढ़ावा देने की दृश्टि से अवस्थापना को सुदृढ बनाने और पर्यटकों की सुविधा हेतु होटल आदि की स्थापना को प्रमुख दी जाय।
बैठक में श्री सुनील पाण्डे, प्रधान मुख्य वन संरक्षक, वन्यजीव ने वन विभाग की तरफ से प्रस्तुतिकरण दिया। जिसमें उत्तर प्रदेष मंें स्थित 02 टाइगर रिजर्व यथा दुधवा टाइगर रिजर्व एवं पीलीभीत टाइगर रिजर्व एवं वन्यजीव विहारों के बारे में जानकारी विस्तार से जानकारी उपलब्ध करायी।
इसके साथ ही अधिकारियों द्वारा इको टूरिज्म में सम्बन्ध में उत्तर प्रदेष के बाहर भारत में चल रहे इको टूरिज्म के अनुभव के बारे में अवगत कराया।
बैठक में श्री सुधीर गर्ग, प्रमुख सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन, श्री मुकेष मिश्राम प्रमुख सचिव, पर्यटन, श्री संजय सिंह सचिव, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, महानिदेषक पर्यटन, प्रबन्ध निदेषक, उ0प्र0 वन निगम, प्रबन्ध निदेषक, उ0प्र0 पर्यटन निगम एवं दोनो विभागों के उच्च अधिकारी मौजूद थे।