राजस्थान के चूरू ने सर्दी में ओढ़ ली बर्फ की चादर
राजस्थान के चूरू में जहां गर्मियों में तापमान 51 डिग्री सेल्सियस तक चला जाता है, वह इन दिनों बर्फानी सर्दी के टार्चर से गुजर रहा है. यहां खुले आसमान के नीचे पानी बर्फ में तब्दील हो रहा है.
वहीं, फसलों पर ओस की बूंदे जमकर फसलों को नुकसान पहुंचा रही हैं. पिछले चार दिनों में चूरू में दिन का तापमान करीब 8 डिग्री और रात का तापमान 9 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़का है. लगातार सर्दी के कहर से जनजीवन प्रभावित है.
हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में लोग घरों में सिमट कर रह गए हैं. चूरू की इस बार की सर्दी ने 1973 के बाद से अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड दिये हैं. मौसम के जानकारों की मानें तो 1973 के बाद इस साल चूरू इतना सर्द रहा है.
1973 में यहां दिसंबर में न्यूनतम तापमान -4.6 डिग्री दर्ज हुआ था. बीते दशक की बात करें तो इससे पहले साल 2011 में 25 दिसंबर को पारा -1.4 डिग्री सेल्सियस रहा था. यहां तीन दिनों से पारा लुढकर जमाव बिन्दू से नीचे माइनस में आ गया है.
इस साल दिसंबर के 13 दिनों में चौथी बार रात का तापमान जमाव बिंदु से नीचे रहा है. यहां 18 दिसंबर को रात का तापमान -0.3 चला गया था. फिर 19 दिसंबर को -0.1 रहा.
दस दिनों के बाद एक बार फिर 29 दिसंबर को न्यूनतम तापमान -0.4 एवं 30 दिसंबर को -1.5 डिग्री दर्ज किया गया है. सर्दी की सर्वाधिक मार पाले के रूप में फसलों पर पड़ी है. जिले में 76 हजार हैक्टेयर में सरसों की बुवाई हुई है. लेकिन, अब पाले के कारण फसलों को नुकसान हो रहा है. इससे किसान चिन्तित हैं.
वर्ष तारीख रात का न्यूनतम तापमान
2020 30 दिसंबर -1.5
2019 27 दिसंबर -0.6
2018 29 दिसंबर -0.6
2017 08 दिसंबर 1.5
2016 19 दिसंबर 4.1
2105 14 दिसंबर -0.4
2014 30 दिसंबर 0.1
2013 29 दिसंबर -0.5
2012 31 दिसंबर 1.9
2011 25 दिसंबर -1.4