दिल्ली में गुरुवार को तापमान और गिर सकता है, 3 डिग्री तक पहुचेगा पारा : मौसम विभाग
देश के उत्तरी राज्यों में शीत लहर जारी रही. जम्मू समेत कई क्षेत्रों में जहां घना कोहरा छाया रहा, तो वहीं दृश्यता कम होने के कारण 9 उड़ानें रद्द कर दी गईं. बुधवार को देश की राजधानी दिल्ली में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाने से ठंड का प्रकोप बढ़ गया.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक ठंडी हवाएं चलने से नए साल के शुरू होने से पहले राष्ट्रीय राजधानी में ठिठुरन बढ़ गयी है. सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी में न्यूनतम तापमान 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि मंगलवार को न्यूनतम तापमान 3.6 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि गुरुवार को तापमान और गिर सकता है और ये लगभग 3 डिग्री सेल्सियस तक जाएगा.
साथ ही कहा कि नए साल के दिन राहत मिलने की संभावना है. इसके बाद 2 और 3 जनवरी को न्यूनतम तापमान बढ़कर 5 डिग्री सेल्सियस और 7 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. चार जनवरी के आसपास पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में एक ताजा पश्चिमी विक्षोभ आने की संभावना है, जिससे दिल्ली समेत मैदानी इलाकों में हल्की बारिश और गरज के साथ बौछारें पड़ सकती हैं.
जफरपुर और लोधी रोड स्थित मौसम विज्ञान केंद्र में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.5 डिग्री और 3.7 डिग्री सेल्सयिस दर्ज किया गया. रात के समय कोहरा बढ़ने से पालम क्षेत्र में दृश्यता घटकर 50 मीटर रह गई. हालांकि सुबह 9 बजे दृश्यता का स्तर बढ़कर 400 मीटर हो गया. मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि हिमालय की तरफ से उत्तर-उत्तरपश्चिमी दिशा की हवाएं बह रही हैं जिससे उत्तर भारत में तापमान में गिरावट आयी है.
दिल्ली की वायु गुणवत्ता बुधवार को “खराब” श्रेणी में दर्ज की गई. शहर का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 290 रहा. लगातार दूसरे दिन घने कोहरे के कारण दृश्यता कम होने की वजह से जम्मू हवाईअड्डे पर बुधवार को नौ उड़ानें रद्द कर दी गईं. हवाईअड्डे के निदेशक प्रभात रंजन बेउरिया ने कहा कि अब तक कोहरे की वजह से दृश्यता कम होने के चलते नौ उड़ानें रद्द की गई हैं. ये लगातार दूसरा दिन है जब जम्मू हवाईअड्डे पर कम दृश्ययता की वजह से उड़ान परिचालन प्रभावित हुआ है. इससे पहले मंगलवार को 17 उड़ानें रद्द की गई थीं और केवल एक ही उड़ान उतर पाई थी.
कश्मीर बुधवार को भीषण शीतलहर की चपेट में रहा और समूची घाटी में तापमान शून्य से नीचे दर्ज किया गया. अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को हुई बर्फबारी से पहले छाए बादलों की वजह से लगातार दो रात से रात का तापमान जमाव बिन्दु के नजदीक था, लेकिन उत्तरी कश्मीर के गुलमर्ग में यह शून्य से 11 डिग्री नीचे पहुंच गया. उन्होंने कहा कि पर्यटक स्थल गुलमर्ग घाटी में सबसे ठंडा स्थान रहा. पहलगाम में तापमान शून्य से नौ डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो पिछले 24 घंटे में छह डिग्री की गिरावट है.
अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में मंगलवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 2.2 डिग्री सेल्सियस कम रहा. वहीं, काजीगुंड में तापमान शून्य से 2.5 डिग्री सेल्सियस नीचे, कुपवाड़ा में शून्य से 2.8 डिग्री नीचे और कोकरनाग में तापमान शून्य से 6.5 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. कश्मीर इस समय ‘चिल्लई कलां’ के दौर में है, जिस दौरान 40 दिन तक भीषण सर्दी पड़ती है. इस दौरान तापमान शून्य से नीचे चला जाता है और डल झील सहित घाटी के कई इलाकों में जल आपूर्ति लाइन और जलाशय जम जाते हैं. अधिकारियों ने कहा कि इस दौरान अधिकतम बर्फबारी होती है।
‘चिल्लई कलां’ 21 दिसंबर से शुरू हुआ था और ये 31 जनवरी तक चलेगा. वहीं उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर घना कोहरा छाया रहा और राज्य के कुछ स्थानों पर शीतलहर की स्थिति बनी रही. लखनऊ मौसम कार्यालय ने कहा कि इलाहाबाद मंडल में दिन के तापमान में गिरावट आई है, जबकि राज्य के अन्य मंडलों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है. मौसम कार्यालय के पूर्वानुमान में कहा गया कि राज्य में मौसम शुष्क रहने की संभावना है और पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राज्य के पूर्वी हिस्से में अलग-अगल जगहों पर घना कोहरा छा सकता है.
मौसम कार्यालय ने कहा कि राज्य में अलग-अलग स्थानों पर शीतलहर जारी रहने की आशंका हैय मौसम विभाग ने 3 जनवरी से 5 जनवरी तक हिमाचल प्रदेश में बारिश और बर्फबारी का अनुमान जताया है. शिमला मौसम केंद्र के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा पिछले 24 घंटों में राज्य में मौसम शुष्क बना रहा. केलांग, कल्पा, मनाली, डलहौजी और कुफरी में बुधवार को तापमान शून्य डिग्री से नीचे रहा. आदिवासी जिला लाहौल-स्पीति का प्रशासनिक केंद्र केलांग शून्य से 12.7 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंड स्थान रहा. शिमला का न्यूनतम तापमान 0.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
राजस्थान के बीकानेर, जयपुर, कोटा और भरतपुर संभाग के कुछ स्थान बुधवार को भी शीतलहर की चपेट में रहे और कई स्थानों पर पाला पड़ने से जनजीवन प्रभावित हुआ. बुधवार सुबह राज्य के 12 प्रमुख शहरों में रात का तापमान पांच डिग्री सेल्सियस से नीचे दर्ज किया गया. न्यूनतम तापमान राज्य के एक मात्र पर्वतीय पर्यटक स्थल माउंट आबू में शून्य से चार डिग्री सेल्सियस नीचे, चूरू में शून्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस नीचे और पिलानी में 0.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
न्यूनतम तापमान भीलवाड़ा में 1.8 डिग्री सेल्सियस, ऐरनपुरा में 2.8 डिग्री, सीकर में 3.0 डिग्री, डबोक-वनस्थली में 3.6-3.6 डिग्री, चित्तौगढ़ में 3.8 डिग्री, गंगानगर में 3.9 डिग्री, कोटा में 4.4 डिग्री, अलवर-जैसलमेर में 4.6-4.6 डिग्री, सवाईमाधोपुर में 5.0 डिग्री, राजधानी जयपुर में 5.1 डिग्री, फलौदी में 5.2 डिग्री, बूंदी में 5.5 डिग्री, बीकानेर में 5.8 डिग्री, अजमेर में 6.8 डिग्री, बाडमेर में 6.9 डिग्री और जोधपुर में 7.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
पंजाब और हरियाणा में बुधवार को शीतलहर की स्थिति बनी रही और दोनों राज्यों के अधिकतर हिस्सों में सुबह घना कोहरा छाया रहा. दोनों राज्यों में अधिकतर जगहों पर न्यूनतम तापमान सामान्य से नीचे दर्ज किया गया. वहीं, पंजाब के अमृतसर में न्यूनतम तापमान 1.8 डिग्री सेल्सियस रहा. वहीं चंडीगढ़ में रात में तापमान 4.6 डिग्री सल्सियस था.
हरियाणा में नारनौल सबसे ठंडा स्थान रहा। वहां न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जबकि हिसार, सिरसा और भिवानी में न्यूनतम तापमान क्रमश: 3.7 डिग्री सेल्सियस, 3.6 डिग्री सेल्सियस और 3.9 डिग्री सेल्सियस रहा. अंबाला और करनाल में भी रात में काफी ठिठुरन रही. यहां न्यूनतम तापमान क्रमश: 4.2 डिग्री सेल्सियस और 4.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि रोहतक को छोड़कर दोनों राज्यों में कई जगहों पर सुबह घना कोहरा छाया रहा जिससे दृश्यता कम हो गयी थी.