माजिक कार्य हों यो पर्यावरण संरक्षण की मुहिम, दूनवासी हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभाते आए हैं। इसके लिए दून की कई हस्तियों को राष्ट्रीय फलक पर सम्मानित भी किया गया। इसी क्रम में वर्ष 1986 से अब तक देहरादून की 10 हस्तियों को पद्मश्री, दो को पद्म भूषण और सुविख्यात पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा को पद्म विभूषण सम्मान से नवाजा जा चुका है।
सामाजिक कार्यों के लिए दून की सबसे अधिक तीन हस्तियों को पद्मश्री सम्मान प्रदान किया गया, जबकि कला, चिकित्सा और साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में दो-दो विभूतियों को पद्मश्री से नवाजा गया। विज्ञान और इंजीनियरिंग के क्षेत्र में एकमात्र हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के पूर्व कुलपति प्रो. एएन पुरोहित को पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
वहीं, जिले के इकलौते पद्म विभूषण पर्यावरणविद सुंदरलाल बहुगुणा हैं। उन्हें यह सम्मान वर्ष 2009 में दिया गया था। वर्ष 2019 में पद्मश्री से सम्मानित किए गए जागर सम्राट प्रीतम भरतवाण ने कहा कि दून के साथ ही उत्तराखंड की माटी को शत-शत नमन है, जिसने राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनने का मौका दिया। प्रदेशवासियों के प्यार व स्नेह के कारण ही उन्हें यह प्रसिद्धि मिली है।
इन्हें मिला पद्मश्री
नाम, क्षेत्र, वर्ष
अवधेश कौशल, सामाजिक कार्य, 1986
डॉ. एएन पुरोहित, विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, 1998,
रस्किन बांड, साहित्य एवं शिक्षा, 1999
लीलाधर जगूड़ी, साहित्य एवं शिक्षा, 2004
डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, सामाजिक कार्य, 2006
डॉ. आरके जैन, चिकित्सा, 2008
बसंती बिष्ट, कला, 2017
प्रीतम सिंह भरतवाण, कला, 2019
कल्याण सिंह रावत, सामाजिक कार्य, 2020
डॉ. योगी ऐरन, चिकित्सा, 2020
इन्हें मिला पद्म भूषण
नाम, क्षेत्र, वर्ष
रस्किन बांड, साहित्य और शिक्षा, 2014
डॉ. अनिल प्रकाश जोशी, सामाजिक कार्य, 2020
इन्हें मिला पद्म विभूषण
नाम, क्षेत्र, वर्ष
सुंदर लाल बहुगुणा, पर्यावरणविद, 2009