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देश की विदेशी मुद्रा भंडार में गिरावट, स्वर्ण भंडार का मूल्य भी हुआ कम, जानिए कारण…

पिछले सप्ताह देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 29 करोड़ डॉलर की गिरावट आई है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के आंकड़ों के मुताबिक 25 दिसंबर, 2020 को खत्म सप्ताह में इस गिरावट के बाद विदेशी मुद्रा भंडार 580.841 अरब डॉलर रह गया। उससे पिछले सप्ताह यह बढ़कर 581.131 अरब डॉलर की नई रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया था। पिछले वर्ष पांच जून को खत्म सप्ताह के दौरान देश के विदेशी मुद्रा भंडार पहली बार 500 अरब डॉलर और नौ अक्टूबर को खत्म सप्ताह के दौरान 550 अरब डॉलर का आंकड़ा पार पहुंचा था।

आरबीआइ के मुताबिक 25 दिसंबर को खत्म सप्ताह के दौरान विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (एफसीए) में गिरावट आई, जिसका असर विदेशी मुद्रा भंडार आंकड़ों पर देखा गया। समीक्षाधीन सप्ताह में विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियां 25.3 करोड़ डॉलर गिरकर 537.474 अरब डॉलर रह गई। एफसीए में अमेरिकी डॉलर को छोड़ यूरो, पाउंड व अन्य मुद्राओं को शामिल किया जाता है। इसकी गणना भी डॉलर के मूल्य में ही होती है। समीक्षाधीन सप्ताह के आखिर में देश के स्वर्ण भंडार का मूल्य 30.8 करोड़ डॉलर गिरकर 36.711 अरब डॉलर मूल्य का रह गया।

पिछले हफ्ते देश को अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (IMF) में मिला विशेष आहरण अधिकार भी 40 लाख डॉलर घटकर 1.510 अरब डॉलर रह गया, जबकि आईएमएफ के पास आरक्षित मुद्रा भंडार 27.6 करोड़ डॉलर बढ़कर 5.145 अरब डॉलर हो गया।

हाल ही में केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कोरोना आपदा के बावजूद केंद्र सरकार की आर्थिक नीतियों में विदेशी निवेशकों का भरोसा बरकरार है। अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना आपदा जैसे कठिन समय में प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौट रही है। सरकार ने अर्थव्यवस्था को रफ्तार देने के के लिए हर आवश्यक कदम उठाए हैं। इसी का परिणाम है कि विदेशी निवेशकों ने कोरोना काल में भी भारतीय अर्थव्यवस्था में अपना भरोसा जताया है।

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