बिहार में हिंसक घटनाओं को अंजाम देने के लिए नक्सलियों ने टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन (टीसीओसी) शुरू की है। इस अभियान के तहत नक्सली अपने प्रभाव वाले इलाके में सुरक्षा बलों और मुखबिरों पर हमला करने की तैयारी में हैं। इसे लेकर लिस्ट भी तैयार कर ली गई है। कई स्तर पर नक्सलियों ने कमेटी बनाना भी शुरू कर दिया है।
बिहार पुलिस मुख्यालय से स्पेशल ब्रांच के एडीजी ने नक्सलियों के इस अभियान को लेकर जिलों को सतर्क किया है। रेंज डीआईजी सुजीत कुमार ने कहा कि इस रेंज में बांका जिला नक्सल प्रभावित है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस तरह के इनपुट मिलने के बाद अभियान और कार्रवाई और तेज होगी।
पहले से अप्रैल से जून तक चलता था अभियान, इस साल दो चरणों में
पुलिस मुख्यालय से आये पत्र में कहा गया है कि नक्सली टीसीओसी सामान्यत: अप्रैल से जून तक चलाया करते हैं पर इस साल उन्होंने अपनी योजना में बदलाव कर उसे दो चरणों में चलाने का फैसला किया है। इस साल जनवरी से मार्च और अप्रैल से जून तक वे दो चरणों में टीसीओसी चलायेंगे। खुफिया विभाग की रिपोर्ट है कि इस अभियान के तहत नक्सली पुलिस, अर्धसैनिक बलों, पिकेट, बैंक, डाकघर, जेल, सुरक्षा बलों के बेस कैंप, मुखबिरों, चौकीदारों, दफादारों के साथ ही नेताओं और सरकारी कार्य से जुड़े पदाधिकारी और ठेकेदारों को अपना निशाना बना सकते हैं।
पिंटू राणा के नेतृत्व में जमुई में कुछ लोगों को प्रशिक्षण और हथियार दिये गये
पुलिस को इस बात की भी जानकारी मिली है कि नक्सली नये लोगों को कैडर में भर्ती कर रहे हैं। यह भी पता चला है कि बिहार-झारखंड सीमांत जोनल कमेटी के जोनल कमांडर पिंटू राणा के नेतृत्व में जमुई जिले के चकाई थाना क्षेत्र के बरभोरिया, हांसीकोल और बोंगी गांव के कुछ लोगों को प्रशिक्षित कर अपने संगठन में शामिल कराया है। यह भी सूचना है कि नक्सलियों ने उन गांवों के 10 लोगों को देसी हथियार भी उपलब्ध कराया है। गया जिले के 40 गांवों में नक्सली अपने आधार को मजबूत करने में लगे हैं। नक्सली अपने आधार को और मजबूत करने के लिए नये लोगों को कैडर में भर्ती करने का काम कर रहे हैं।
ग्रामीण महिला कमेटी सहित अन्य कमेटियों को फिर से जिंदा कर रहे
नक्सलियों के बारे में पुलिस को यह भी सूचना मिली है कि वे जोन, सबजोन और एरिया स्तर पर नई कमेटी और इकाई तैयार कर रहे हैं और पहले से बनाई गयी कमेटी को कार्यरत करने में लगे हैं। नक्सलियों ने क्रांतिकारी किसान कमेटी, सेल्फ डिफेंस स्क्वायड, पीपुल्स मिलिशिया स्क्वायड, लोकल गुरिल्ला स्क्वायड, ग्रामीण सेल कमेटी और ग्रामीण महिला कमेटी को फिर कार्यरत करने पर काम शुरू कर दिया है। इसे लेकर पुलिस मुख्यालय ने मुंगेर, लखीसराय, जमुई, बांका, गया, औरंगाबाद, जहानाबाद, अरवल, बगहा, बेतिया, वैशाली, मोतिहारी और नवादा जिलों के एसपी को सतर्क करते हुए उचित कार्रवाई का निर्देश दिया है।