बिहार में सभी स्कूल कोरोना वायरस के इन दिशानिर्देशों के साथ खुले
बिहार में सभी स्कूल, कॉलेज, विश्वविद्यालय सहित विभिन्न शैक्षणिक संस्थान सोमवार से खुल गए हैं. कोरोना महामारी फैलने के बाद राज्य में सभी शैक्षणिक संस्थान करीब नौ महीने पहले बंद किये गए थे.
हालांकि, कोरोना वायरस के नए मामलों की संख्या में कमी और ठीक होने की दर 97.61 प्रतिशत होने से राज्य में शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का फैसला किया गया है. ऐसे में फिर एक बार शैक्षणिक संस्थानों की रौनक लौट आई है.
इधर, शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने रविवार को ये स्पष्ट कर दिया है कि कक्षाएं कुल छात्रों के आधे हिस्से के साथ संचालित होंगी और कोरोना वायरस के अन्य दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करना होगा.
संजय कुमार ने कहा सभी छात्रों के लिए स्कूल परिसर में मास्क पहनना अनिवार्य किया गया है, जिसके बिना उन्हें परिसर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी.
इसके अलावा, नौ से 12 तक की कक्षाएं 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ संचालित होंगी ताकि कक्षाओं में सामाजिक दूरी के नियम का पालन सुनिश्चित किया जा सके
उन्होंने कहा कि संस्थान प्रबंधन अपने परिसरों का सैनेटाइजेशन सुनिश्चित करेगा. स्कूल के अधिकारी इस बात पर ध्यान देंगे कि कोई छात्र कहीं बुखार से पीड़ित तो नहीं है या उसमें वायरस के कोई लक्षण तो नहीं हैं.
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने कोरोना महामारी के खिलाफ एहतियात के तौर पर 13 मार्च, 2020 को सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थानों, चिड़ियाघरों और सार्वजनिक पार्कों को 31 मार्च तक बंद करने की घोषणा की थी.
राज्य सरकार द्वारा 22 मार्च, 2020 को राज्यव्यापी लॉकडाउन लागू होने के बाद से शिक्षण संस्थान बंद रहे, इसके बाद 25 मार्च, 2020 को राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन की घोषणा की गई.
इससे पहले, राज्य सरकार ने 28 सितंबर, 2020 से नौवीं से बारहवीं कक्षा के स्कूलों को फिर से खोलने की घोषणा की थी, लेकिन कोविड-19 के बढ़ते मामलों के कारण स्कूल बंद रहे. प्रधान सचिव ने कहा है कि 15 दिनों की स्थिति की समीक्षा करने के बाद 18 जनवरी को आगे निर्णय लेगी.
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में शनिवार तक कोविड-19 के कुल 2,53,651 मामले सामने आये हैं, जिनमें 2,47,579 लोग ठीक चुके हैं.
इससे राज्य में ठीक होने की दर 97.61 प्रतिशत हो गई है. बुलेटिन में कहा गया है कि राज्य में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 4669 है, जबकि मृतकों की संख्या 1403 है.