दक्षिण कोरिया में एक बच्ची के साथ हुई क्रूरता
दक्षिण कोरिया में रेप के मामले में सजा को लेकर ढुलमुल रवैया बरतने पर एक नया विवाद शुरू हो गया है. दरअसल, एक बच्ची के साथ क्रूरता के साथ बलात्कार के दोषी व्यक्ति की सजा कम कर दी गई है.
दक्षिण कोरिया के अनसन में 2008 में 11 दिसंबर को एक आठ साल की बच्ची स्कूल जा रही थी, उस दौरान उसका अपहरण 56 साल के शू दू सून नाम के व्यक्ति ने कर लिया. वह व्यक्ति उस बच्ची को पास के एक चर्च के टॉयलेट में ले गया और उसी निर्ममता से पिटाई की और फिर उसका बलात्कार किया.
बच्ची का शरीर जगह-जगह से जख्मी हो गया और उसे मानसिक आघात भी पहुंचा. उसे अस्पताल में दाखिल कराया गया. अब समस्या यह है कि बलात्कारी जेल से छूटकर अनसन लौट आया है और पीड़िता का घर उसके घर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर है.
पीड़िता के पिता ने दुखी होकर बताया कि हम भागना नहीं चाहते हैं लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं है. हम सरकार को यह संदेश देना चाहते हैं कि उन्होंने बलात्कारी की सजा कम कर पीड़िता को छिपने के लिए बाध्य किया है. बता दें कि शू की सजा 15 साल से कम करके 12 साल कर दी गई.
पिता ने कहा कि उसकी बेटी इस बात पर अड़ी है कि उसे अनसन से निकाल कर कहीं और ले जाया जाए. वह अपने घनिष्ठ मित्रों के बीच नहीं रहना चाहती है. पीड़ित परिवार इस बात से भी डर रही है कि अनसन से निकल कर कहीं
जाने पर उसकी पहचान उजागर ना हो जाए. लेकिन इसके अलावा हमारे पास कोई दूसरा विकल्प भी तो नहीं बचा है. घटना को बीते कई साल हो गए लेकिन कुछ भी नहीं बदला है. हादसे का सारा बोझ पीड़िता पर डाल दी गई है.