बदायूं में गैंगरेप और हत्या के मामले में थाना अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को किया गया निलंबित
उत्तर प्रदेश के बदायूं जनपद के उघैती थाना क्षेत्र में एक महिला के साथ गैंगरेप और हत्या के मामले में पुलिस अधीक्षक ने लापरवाही बरतने वाले थाना अध्यक्ष राघवेंद्र प्रताप सिंह को निलंबित कर दिया है.
इस घटना में शामिल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया गया है, जबकि दो अन्य आरोपियों की तलाश में पुलिस जुटी हुई है. बता दें कि मंगलवार शाम को आई
महिला की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके प्राइवेट पार्ट में चोट के निशान और शरीर पर भी वार की बात सामने आई थी इसी के बाद एसएसपी ने कार्रवाई करते हुए थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया.
बता दें कि महिला अपने गांव से दूसरे गांव में स्थित एक मंदिर में पूजा करने गई थी. रविवार रात में पुजारी सहित दो अन्य लोग महिला को लहूलुहान हालत में उसके घर पर छोड़ कर फरार हो गए थे.
गंभीर रूप से घायल महिला की मौत हो गई थी. महिला के प्राइवेट पार्ट से खून निकलता हुआ देख परिजनों ने गैंगरेप का आरोप लगाकर एफआईआर दर्ज करने की गुहार लगाई थी, लेकिन थाना अध्यक्ष ने मौत को एक हादसा बताया था.
थानाध्यक्ष के मुताबिक, महिला की मौत कुएं में गिरने से हुई थी, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुएं में गिरने का कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिला. इसके बाद अब एसएसपी संकल्प शर्मा ने निलंबन की कार्रवाई की है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, महिला के गुप्तांग में रॉड जैसी किसी चीज से हमला किया गया, जिससे उनके प्राइवेट पार्ट में गंभीर चोटें आईं.
पीएम रिपोर्ट के मुताबिक, महिला की पसली और पैर तोड़ दिए गए हैं. फेफड़ा पर भी वजनदार चीज से हमला किया गया है. इस घटना के बाद मौके पर एसएसपी ने तुरंत एसपी को भेजा
आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 4 टीमें बनाई गई पुलिस ने परिजनों की तहरीर पर आरोपी महंत समेत उसके एक साथी और ड्राइवर के खिलाफ गैंगरेप के बाद हत्या का मुकदमा दर्ज किया है.