उत्तर प्रदेशप्रदेश

बर्ड फ्लू के बढ़ते खतरे को लेकर यूपी सरकार भी अलर्ट, विशेष सतर्कता के दिए निर्देश

देश में जिस तरह से अलग-अलग राज्यों में पक्षियों की मौत के मामले सामने आ रहे हैं, उससे बर्ड फ्लू का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। इसे देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार भी अलर्ट हो गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर विशेष सतर्कता बरतने को कहा है। उन्होंने स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग को पूरी तरह सतर्क रहने को कहा है।

उत्तर प्रदेश से सटे दूसरे राज्यों में पक्षियों में फैले बर्ड फ्लू के चलते यहां भी सतर्कता बढ़ाई जा रही है। हालांकि, अभी तक प्रदेश में कहीं से भी पक्षियों के मरने का कोई मामला सामने नहीं आया है। इसके बावजूद सरकार अलर्ट हो गई है। यह बीमारी सिर्फ पक्षियों के लिए ही नहीं, बल्कि इंसानों के लिए भी घातक है। इस बीमारी से संक्रमित पक्षियों के संपर्क में आने वाले जानवर और इंसान आसानी से इससे संक्रमित हो जाते हैं।

वन विभाग ने सावधानियां बरतने के दिए निर्देश : वन विभाग ने भी बर्ड फ्लू के खतरे को भांपते हुए सावधानियां बरतने को कहा है। सभी ऐसी वॉटर बॉडी को चिन्हित करने को कहा गया है, जहां विदेशी पक्षी आते हैं। फील्ड स्टाफ को भी इसे लेकर सचेत किया गया है कि विदेशी या स्थानीय पक्षी की मृत्यु होने पर वे इसकी जानकारी पशुपालन विभाग व शासन को अवश्य दें। पक्षी विहार में आ रहे अप्रवासी पक्षियों को ट्रैप कर आवश्यकतानुसार उसका सीरम भोपाल भेजने को भी कहा गया है।

कई राज्यों में बर्ड फ्लू का खतरा बढ़ा : बता दें कि कई राज्यों में बर्ड फ्लू का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा है। हरियाणा में एक माह के अंदर ही करीब चार लाख मुर्गियों की मौत हो चुकी है। वहीं, गुजरात के जूनागढ़ में मंगलवार को भी 53 और हिमाचल में 336 और प्रवासी परिंदे मृत मिले हैं। विशेषज्ञ इनकी मौत बर्ड फ्लू के चलते होने की आशंका जता रहे हैं। राजस्थान में करीब आठ दिन से पक्षियों की मौत का सिलसिला जारी है। बर्ड फ्लू के कारण प्रदेश में 550 पक्षियों की जान जा चुकी है। वहीं, केरल में करीब 1700 बतखों, मप्र के इंदौर, मंदसौर के बाद अब आगर में भी बर्ड फ्लू के कारण 400 कौओं की मौत हो चुकी है।

बर्ड फ्लू कंट्रोल रूम सक्रिय : मुख्यमंत्री के निर्देश पर पशुपालन विभाग ने बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए कंट्रोल रूम 24 घंटे के लिए सक्रिय कर दिया है। साथ सभी जिलों खासकर सीमावर्ती क्षेत्रों में विशेष सुरक्षा बरतने को कहा गया है। अपर निदेशक अवधेश श्रीवास्तव ने बताया कि टोलफ्री नंबर 18001805141 नंबर पर रोग फैलने की आशंका देखते हुए सूचना दर्ज कराई जा सकती है। उन्होंने कहा कि मुर्गी फार्म संचालकों को विशेष सतर्कता बरतने को भी कहा गया है।

 

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