दिल्ली एनसीआरप्रदेश

दिल्ली समेत इन राज्यों के ज्यादातर इलाकों में बारिश और बर्फबारी से हवा स्वच्छ

उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश और बर्फबारी ने हवा से प्रदूषण के नकाब को उतार दिया है। यही वजह है कि देश के 95 शहरों के लोग इस समय प्रदूषण मुक्त हवा में सांस ले रहे हैं। केवल 14 शहर ही रेड जोन में हैं। प्रदूषण के लिए बदनाम दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, चंडीगढ़, हिमाचल प्रदेश व उत्तर प्रदेश के ज्यादातर इलाकों में हवा स्वच्छ है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने मंगलवार को देश के 123 शहरों का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ) जारी किया। इसमें 18 शहरों का एक्यूआइ 50 से भी नीचे यानी अच्छा, 41 शहरों का एक्यूआइ 100 से नीचे यानी संतोषजनक, जबकि 36 शहरों का एक्यूआइ 100 से 200 के बीच यानी सामान्य दर्ज किया गया। इसके अलावा 14 शहरों का एक्यूआइ 200 से 300 के बीच, 14 का 300 से 400 के बीच दर्ज हुआ।

वहीं, दिल्ली- एनसीआर की बात करें तो गुरुग्राम का एक्यूआइ 100 से नीचे, जबकि दिल्ली, फरीदाबाद, गाजियाबाद, नोएडा और ग्रेटर नोएडा सभी जगह का एक्यूआइ 100 से 200 से बीच यानी सामान्य श्रेणी में रहा। गौरतलब है कि सर्दी बढ़ने के साथ ही दिसंबर के आखिरी सप्ताह में वायु प्रदूषण गंभीर श्रेणी तक पहुंच गया था। नए साल की शुरुआत भी ज्यादातर शहरों में खासी प्रदूषित हवा के बीच हुई। बहरहाल, अब से पहले देशव्यापी लाकडाउन के दौरान हर जगह की हवा प्रदूषण की कैद से आजाद हुई थी। अनलाक में हवा फिर खराब होने लगी, लेकिन लगातार बारिश ने एक बार फिर से सबको साफ हवा में सांस लेने का मौका दिया है।

एयर क्वालिटी इंडेक्स के मानक

  • 0 से 50 के बीच -अच्छा
  • 51 से 100 के बीच- संतोषजनक
  • 101 से 200 के बीच -सामान्य
  • 201 से 300 के बीच -खराब
  • 301 से 400 के बीच -बेहद खराब
  • 401 से 500 के बीच -गंभीर
  • 501 से ऊपर  -आपातस्थिति

 मंगलवार को दिल्ली एनसीआर के शहरों का एक्यूआइ

  • दिल्ली – 140
  • फरीदाबाद  – 138
  • गाजियाबाद  – 148
  • ग्रेटर नोएडा –  120
  • गुरुग्राम  – 83
  • नोएडा –  149

देश के कुछ प्रमुख शहरों का एक्यूआइ

  • आगरा  154
  • अमृतसर  – 62
  • चंडीगढ़ –  88
  • गया –  152
  • कैथल  – 40
  • मेरठ –  107
  • इंदौर –  129
  • जयपुर – 63
  • लुधियाना  – 71
  • पटियाला –  42
  • वाराणसी –  164

डॉ. डी साहा (सदस्य, विशेषज्ञ समिति, केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय) का कहना है कि बारिश के दौरान प्रदूषक तत्व और धूल कण दब जाते हैं। इसीलिए हवा साफ हो जाती है। सर्दियों में आमतौर पर हवा साफ नहीं मिलती, लेकिन इस बार कई दिनों की अच्छी बारिश ने इस मौसम में भी खुलकर सांस लेने का मौका दिया है।

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