राजधानी लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने अपराधियों के खिलाफ आये ऐक्शन में
उत्तर प्रदेश की राजधानी से लेकर सूबे के हर जिले तक भू-माफियाओं और अपराधियों द्वारा दबंगई के चलते सरकारी व गैर-सरकारी जमीन कब्जा करने का सिलसिला लगातार जारी है।
प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद जमीन कब्जा करने वाले ऐसे भूमाफियाओं और अपराधियों पर कार्रवाई भी तेज हो गई है। इसी के चलते राजधानी लखनऊ के जिलाधिकारी की तरफ से भूमाफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के बाद आए दिन सरकारी जमीनों से कब्जा हटा कर आरोपियों पर प्रशासनिक कार्रवाई होती नजर आ रही है।
राजधानी के गोमतीनगर स्थित नेहल इंफ्रावेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा लखनऊ से सटे गोसाईगंज थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली तहसील मोहनलालगंज मेम एक जमीन के कुछ भाग पर अतिक्रमण कर कंपनी के लिए रास्ता बना लिया था।
आरोप है कि पिछले वर्ष दिसम्बर में राजस्व विभाग की टीम और पुलिस बल के सहयोग से उसी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था, बावजूद इसके उसी जमीन पर कम्पनी द्वारा पुनः अतिक्रमण कर रास्ता बनाया गया।
जिसके बाद मंगलवार को लखनऊ के जिलाधिकारी द्वारा भूमाफियाओं के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के चलते जमीन का अतिक्रमण मुक्त कराकर जमीन पर कब्जा करने वाली कम्पनी से जुड़े आरोपी रविश सिंह पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की गई।
भू-माफिया पर नकेल कसने के लिए तहसील स्तर पर बंद पड़ी उनकी फाइलों को पहले ही खोला जा चुका है, इसके चलते पिछले 6 महीने में लखनऊ के जिलाधिकारी ने अभी तक भूमाफियाओं के कब्जे से लगभग 2000 एकड़ से ऊपर की जमीन मुक्त कराई
जिसकी कुल कीमत बाजार में 2 हजार करोड़ से ऊपर की बताई जा रही है, इस मामले में अवैध कब्जा करने वाले भूमाफियाओं पर अभी तक कुल 40 से ऊपर के मामले दर्ज हो चुके हैं
लखनऊ के छोटे-छोटे इलाकों में दबंगई के चलते अक्सर सरकारी स्कूल व खाली पड़े प्लॉटों पर कब्जा कर लिया जाता है। लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया
कि जल्द ही ऐसे भूमाफियाओं पर भी कार्रवाई करने का अभियान चलाया जाएगा, जो दबंगई के चलते डरा धमका कर शहर के छोटे-छोटे क्षेत्रों में सरकारी जमीन पर कब्जा करने का काम करते हैं।