अमेरिकी संसद में हुई हिंसा की दुनिया भर में हो रही है आलोचना
अमेरिका की संसद कैपिटल में ट्रंप समर्थकों द्वारा की गयी हिंसा की पूरी दुनिया में कड़ी आलोचना की जा रही है. कनाडा, न्यूजीलैंड, मेक्सिको, जर्मनी जैसे देशों के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा की है.
सिर्फ दुनिया के नेता ही नहीं उपराष्ट्रपति माइक पेंस भी इस घटना से काफी नाराज़ नज़र आए और उन्होंने इसे अमेरिकी इतिहास का काला दिन बता दिया है. सिर्फ पेंस ही नहीं रिपब्लिकन पार्टी के कई नेताओं ने ट्रंप समर्थकों की इस हरक़त की कड़ी निंदा की है
Distressed to see news about rioting and violence in Washington DC. Orderly and peaceful transfer of power must continue. The democratic process cannot be allowed to be subverted through unlawful protests.
— Narendra Modi (@narendramodi) January 7, 2021
और ट्रंप के खिलाफ संविधान 25वां अमेडमेंट लागू करने की चर्चाएं भी जारी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अमेरिका में हुई इस घटना के प्रति रोष जाहिर किया है.
Canadians are deeply disturbed and saddened by the attack on democracy in the United States, our closest ally and neighbour. Violence will never succeed in overruling the will of the people. Democracy in the US must be upheld – and it will be.
— Justin Trudeau (@JustinTrudeau) January 6, 2021
वाशिंगटन डीसी में दंगा और हिंसा की ख़बरें देखकर मैं व्यथित हूं. शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता का क्रमबद्ध हस्तांतरण जारी रहना चाहिए. लोकतांत्रिक प्रक्रिया को गैरकानूनी विरोध के माध्यम से से दबाव में आने नहीं दिया जा सकता
I am following what is happening in #Washington with great concern. Violence is incompatible with the exercise of democratic rights and freedoms. I am confident in the strength and robustness of the institutions of the United States. #CapitolHill
— Giuseppe Conte (@GiuseppeConteIT) January 6, 2021
अमेरिका हमारे निकटतम सहयोगियों में से एक है और कनाडाई नागरिक लोकतंत्र पर हुए इस शर्मनाक हमले को देखकर काफी दुखी हैं. हिंसा कभी भी लोगों की इच्छा पर काबू पाने में सफल नहीं होगी. अमेरिका में लोकतंत्र को बरकरार रखा जाना चाहिए – और यह होगा.
Like so many others, I’ve been watching what’s happening in the United States. I share the sentiment of friends in the US – what is happening is wrong.
— Jacinda Ardern (@jacindaardern) January 7, 2021
इतने सारे लोगों की तरह, मैं भी देख रही हूं कि अमेरिका में क्या हो रहा है. मैं अमेरिका में दोस्तों की भावनाओं को समझ सकती हूं – जो हो रहा है वह गलत है. लोकतंत्र में लोगों को वोट देने का अधिकार है, उनकी आवाज सुनी जाती है.
The US Congress is a temple of democracy.
To witness tonight’s scenes in #WashingtonDC is a shock.
We trust the US to ensure a peaceful transfer of power to @JoeBiden
— Charles Michel (@eucopresident) January 6, 2021
ये निर्णय शांतिपूर्वक लिए जाते हैं और इनका फैसला भीड़ को लेने की आजादी नहीं दी सकती. हम हर उस शख्स के साथ खड़े हैं जो आज की इस घटना से नाराज़ है. मुझे कोई संदेह नहीं है कि लोकतंत्र प्रबल होगा.
Disgraceful scenes in U.S. Congress. The United States stands for democracy around the world and it is now vital that there should be a peaceful and orderly transfer of power.
— Boris Johnson (@BorisJohnson) January 6, 2021
अमेरिकी संसद में जो देखने को मिला वह अपमानजनक है. अमेरिका दुनिया भर में लोकतंत्र के लिए खड़ा है और अब यह महत्वपूर्ण है कि सत्ता का शांतिपूर्ण और व्यवस्थित हस्तांतरण होना चाहिए.
Very distressing scenes at the US Congress. We condemn these acts of violence and look forward to a peaceful transfer of Government to the newly elected administration in the great American democratic tradition.
— Scott Morrison (@ScottMorrisonMP) January 6, 2021
अमेरिकी संसद से सामने आ रहे दृश्य काफी परेशान करने वाले हैं. हम हिंसा की निंदा करते हैं और महान अमेरिकी लोकतांत्रिक परंपरा में नव निर्वाचित प्रशासन को सरकार के शांतिपूर्ण हस्तांतरण को लेकर आशान्वित हैं.
https://twitter.com/NicolaSturgeon/status/1346919836811669507?ref_src=twsrc%5Etfw%7Ctwcamp%5Etweetembed%7Ctwterm%5E1346919836811669507%7Ctwgr%5E%7Ctwcon%5Es1_&ref_url=https%3A%2F%2Fhindi.news18.com%2Fnews%2Fworld%2Famerica-donald-trump-supporters-demonstration-at-us-capitol-denied-joe-biden-electoral-victory-3405933.html
प्रेसिडेंट इलेक्ट की जीत पर मुहर लगाने के लिए कांग्रेस यानी अमेरिकी संसद का संयुक्त सत्र बुलाया जाता है. इसकी अध्यक्षता उप राष्ट्रपति करते हैं और कुर्सी पर माइक पेंस थे. ट्रंप समर्थकों की हरकत से बेहद खफा दिखे. उन्होंने कहा- यह अमेरिकी इतिहास का सबसे काला दिन है