जम्मू कश्मीर में पारा पंहुचा शून्य से नीचे
पहाड़ों पर जोरदार बर्फबारी हो रही है और उत्तर भारत में घने कोहरे ने मुसीबत बढ़ा दी है. जम्मू कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल में बर्फबारी के चलते हालात बेहद मुश्किल हो गए हैं.
जम्मू श्रीनगर हाइवे बर्फ की मोटी परत की वजह से लगातार 5वें दिन भी ठप रहा. ज्यादातर जगहों पर तापमान शून्य से नीचे चल रहा है. आज जम्मू कश्मीर के कई जिलों में बर्फीले तूफान की चेतावनी जारी की गई है.
वहीं मैदानी इलाकों में आज से बादल राहत दे सकते हैं. मौसम विभाग के मुताबिक आज से आसमान साफ हो सकता है लेकिन इसी के साथ शीतलहर की वापसी भी होगी.
पंजाब-हरियाणा में ज्यादा मुश्किल हो सकती है, दिल्ली और राजस्थान भी शीतलहर की जद में आएंगे. दिल्ली में कोहरा छाए रहने की वजह से विजिबिलिटी घट कर 300 मीटर हो गई. वहीं न्यूनतम तापमान 14.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले तकरीबन चार सप्ताह में सबसे ज्यादा है.
बादल छाए रहने की वजह से पिछले कुछ दिनों में मैदानी इलाकों के न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी दर्ज की गई है. आसमान में बादल छाए रहने से पृथ्वी से परावर्तित होने वाली
अवरक्त किरणों में से कुछ वापस धरती की ओर लौट जाती हैं, जिससे धरती गर्म होती है. मजबूत पश्चिमी विक्षोभ की वजह से दिल्ली में बुधवार तक लगातार 4 दिन बारिश हुई है.
आईएमडी के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि ताजा पश्चिमी विक्षोभ की वजह से 9 जनवरी को शहर में ‘बहुत हल्की बारिश’ हो सकती है.
उसके बाद आसमान में बादल छाए रहेंगे. इसके बाद मैदानी इलाके में बर्फीले पहाड़ों से उत्तर-पश्चिमी हवाओं के आने से दिल्ली के न्यूनतम तापमान में 4 से 5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है.
कश्मीर में पिछले 4 दिन की रिकॉर्ड तोड़ बर्फबारी ने भले ही लोगों की दिक्कतें बढ़ाई हों लेकिन इस बर्फबारी ने पर्यटकों को कश्मीर की ओर आकर्षित किया है, जहां एक तरफ कश्मीर में फंसे पर्यटक इस बर्फबारी का मजा ले रहे हैं. वहीं देश भर में कश्मीर की बर्फबारी का मजा लेने के लिए पर्यटक रास्ते खुलने के इंतजार में हैं.
मौसम विभाग ने दोनों केंद्र शासित प्रदेशों में अगले 7 दिनों के लिए शुष्क मौसम का पूर्वानुमान लगाया है. घाटी में फिर से सड़क, पानी और बिजली की आपूर्ति को बहाल करने का काम जारी है.
घाटी में हो रही बर्फबारी ने परिवहन पर ब्रेक लगा दिया था. लगातार रास्तों को साफ करने का काम चल रहा है, जिसके बाद अब जिंदगी को पटरी पर लाने की कोशिश शुरू हो गई है.
कई दिनों से बंद एयरपोर्ट सेवा फिर से बहाल होनी शुरू हो गई है. रनवे साफ हुआ तो फ्लाइट्स ने उड़ान भरना शुरू कर दिया. पांच दिनों से श्रीनगर में उड़ानें बंद थीं.
जम्मू कश्मीर के अधिकतर इलाकों में पारा शून्य से नीचे है. श्रीनगर में न्यूनतम तापमान माइनस 0.8, पहलगाम में माइनस 2.5 और गुलमर्ग में माइनस 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.
लद्दाख के लेह में रात का न्यूनतम तापमान माइनस 10.0, करगिल में माइनस 12.6 और द्रास में माइनस 15.9 डिग्री सेल्सियस रहा. इस बीच गुरेज सेक्टर में बर्फीला तूफान आया लेकिन राहत की खबर ये रही कि इस तूफान में जान माल का नुकसान नहीं हुआ.