मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर को दी ये बड़ी सौगात। ….
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने गृह नगर जोधपुर को एक और विश्वविद्यालय की सौगात दी है. जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के अंतर्गत आने वाले मनीराम बांगड़ इंजीनियरिंग कॉलेज को अब विश्वविद्यालय का दर्जा देने की घोषणा की गई है.
अब जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय के एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज को लेकर अलग विश्वविद्यालय बनाने की कवायद शुरू हो चुकी है. इसकी तैयारियां जोरों पर है.
जोधपुर शहर को एजुकेशन हब बनाने को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लगातार प्रयास करते रहे हैं. इसी कड़ी के बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान के सबसे पुराने मनीराम बांगड़ इंजीनिरिंग कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा कर जोधपुर को एक और नई सौगात दी है.
जय नारायण व्यास विश्वविद्यालय द्वारा संचालित मनीराम बांगड़ कॉलेज अब अलग से एक नया विश्वविद्यालय बनकर पश्चिमी राजस्थान के युवाओं को एक नए एजुकेशन गिफ्ट के तौर पर मिलने जा रहा है.
एमबीएम कॉलेज के डीन सुनील शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की एमबीएम इंजीनियरिंग कॉलेज को अपग्रेड करने की घोषणा के मद्देनजर विशेषज्ञ से इसका एक्ट बनवाया गया है.
इसका एक्ट बनाकर सरकार को भेजा गया है. एक्ट जाने-माने साइंटिस्ट कस्तूरीरंगन एआईसीटीई के चेयरमैन प्रोफेसर अनिल सहस्त्रबुद्धे की गाइड लाइन में बनाया गया है.
प्रस्तावित एक्ट में काफी कोर्सेज लिखकर भेजे गए हैं. खासतौर पर यहां पर रिफाइनरी को देखते हुए मल्टी फैकल्टी वाला विश्वविद्यालय बनाने की घोषणा की गई है.
डीन डॉक्टर सुनील शर्मा ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि इंजीनियरिंग कॉलेज को विश्वविद्यालय बनाने के बाद यह पश्चिमी राजस्थान में एक नए मील का पत्थर साबित होगा.
बहरहाल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जोधपुर शहर को एक दर्जन राष्ट्रीय संस्थानों की सौगात दे चुके हैं. इन सबके बीच यहां के युवाओं को इंजीनियरिंग विश्वविद्यालय की बड़ी सौगात दी गई है. राष्ट्रीय स्तर के कई संस्थान स्थापित होने से अब जोधपुर भी एजुकेशन हब के रूप में स्थापित होता जा रहा है.