डॉनल्ड ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी संसद में लाया गया महाभियोग प्रस्ताव
राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के खिलाफ अमेरिकी संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाया जाएगा. अमेरिकी संसद की प्रतिनिधी सभा की स्पीकर नैंसी पेलोसी ने इसी पुष्टि कर दी है.
नैंसी पेलोसी के मुताबिक ड्रेमोक्रेट सांसद ट्रंप के खिलाफ संसद में महाभियोग प्रस्ताव लाएंगे. ये महाभियोग प्रस्ताव 6 जनवरी को अमेरिकी संसद पर हुए हमले को लेकर लाया जाएगा जिसके लिए ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है. कैपिटल हिल पर हमले की घटना में 4 लोगों की जान गई थी.
अगर महाभियोग प्रस्ताव प्रतिनिधि सभा में पारित हो जाता है तो यह सुनवाई के लिए सीनेट जाएगा. सीनेट में सदस्य जूरी की तरह काम करेंगे और ट्रंप को बरी करने या दोषी ठहराने के लिए मतदान करेंगे.
अगर ट्रंप को दोषी ठहराया जाता है तो उन्हें पद से हटा दिया जाएगा और उनका स्थान उपराष्ट्रपति लेंगे जो फिलहाल माइक पेंस हैं. तीन नवंबर को हुए चुनाव में ट्रंप की हार के बाद जो बाइडेन 20 जनवरी को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगे.
अमेरिका के भावी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने ट्रंप पर कार्रवाई करने को लेकर दबाव बढ़ा दिया है. उन्होंने बिना नाम लिए एक ट्वीट किया, जिसमें लिखा है कि कानून किसी ताकतवर इंसान को बचाने के लिए नहीं है. जो बाइडेन ने कहा हमारा राष्ट्रपति कानून से ऊपर नहीं है. न्याय आम जनता की सेवा के लिए होता है. किसी ताकतवर इंसान को बचाने के लिए नहीं
जो बाइडेन ने अमेरिका के कैपिटल भवन पर हिंसक हमले के एक बाद ट्रंप समर्थक भीड़ को घरेलू आतंकी बताया और इस घटना की निंदा की. इसके साथ ही बाइडेन ने राजधानी को हिला कर रख देने वाली हिंसा की इस घटना के लिए निवर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को जिम्मेदार ठहराया है.
विदेशी मामलों पर हाउस कमेटी के अध्यक्ष सांसद ग्रेगरी मीक्स ने भी कमेटी के डेमोक्रेटिक सांसदों द्वारा ट्रंप पर महाभियोग चलाने की मांग का नेतृत्व किया.
पेलोसी को लिखे पत्र में सांसदों ने कहा है कि लोकतंत्र के मामले में अमेरिका की वैश्विक नेतृत्व की स्थिति और कानून के शासन को बहाल करने के लिए उन्हें जिम्मेदार ठहराया जाना बेहद जरूरी है.