विभागों में लंबित पदोन्नतियों का निस्तारण न होने से कर्मचारियों में आक्रोश है। उन्होंने शासन के आदेशों के बावजूद कार्रवाई न करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अगले 15 दिन के भीतर इन विभागों में पदोन्नति नहीं की गई तो एक फरवरी से कर्मचारी परिषद चरणबद्ध आंदोलन करेगा।
रविवार को राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद की सुभाषनगर स्थित कार्यालय में बैठक हुई, जिसमें पदोन्नति समेत अन्य मांगों पर चर्चा की गई। परिषद के प्रदेश अध्यक्ष ठाकुर प्रह्लाद सिंह ने कहा कि महिला कल्याण और बाल विकास विभाग, चिकित्सा, उद्यान, ग्राम्य विकास, सिंचाई, लोनिवि आदि विभागों में लंबे समय से पदोन्नति लटकी हुई हैं, जबकि कार्मिकों की मांग पर कई बार मुख्यमंत्री और सचिव स्तर से भी पदोन्नति के आदेश दिए गए हैं।
ऐसे में विभागों में शासन के निर्देशों की अवहेलना की जा रही है, जिसका कर्मचारी परिषद पुरजोर विरोध करता है। आरोप लगाया कि विभागों में कार्मिकों की एसीआर खराब कर उन्हें पदोन्नति से वंचित रखा जा रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि अगले 15 दिन के भीतर इन विभागों में पदोन्नति नहीं की गई तो एक फरवरी से कर्मचारी परिषद चरणबद्ध आंदोलन करेगा। इसके तहत काबीना मंत्री मदन कौशिक और मुख्य सचिव से मुलाकात कर समस्या रखी जाएगी। इसके अलावा उन्होंने कार्मिक विभाग पर भेदभाव का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा कि कहा कि बार-बार किसी संगठन विशेष को वार्ता के लिए बुलाया जाता है, जबकि प्रदेश के कर्मचारी विभिन्न संगठनों से जुड़े हैं। ऐसे में सभी को समान अवसर दिए जाने चाहिए। बैठक में चौधरी ओमवीर सिंह, नंदकिशोर मिवारी, अरुण पांडे, राकेश ममगाईं, गुड्डी मटूड़ा, एसपी सेमवाल, पीसी सैनी, दिनेश जोशी आदि उपस्थित रहे।