दिल्ली एनसीआर
पुस्तक प्रेमी जरूर पढ़ें यह खबर, अगले साल से लगेगा ये बड़ा झटका
पाठकों का घटता पुस्तक प्रेम कहें या बाजार का तकाजा, लेकिन दिल्ली पुस्तक मेला अब सिमटने को है। 24 साल बाद मेला आयोजक भारतीय प्रकाशक संघ (एफआइपी) ने अगले वर्ष से मेला अवधि चार दिन घटाने का निर्णय लिया है। शनिवार को ही एक बैठक में इस पर औपचारिक मुहर लग जाएगी। एफआइपी के मुताबिक युवा वर्ग में घटता पुस्तक प्रेम और ई-पुस्तकों के प्रति बढ़ता आकर्षण भी पुस्तक मेले में आने वाले पाठकों की संख्या में कमी कर रहा है। इन्हीं सब कारणों को ध्यान में रखते हुए एफआइपी ने मेला अवधि घटाने का निर्णय लिया है। इस आशय का प्रस्ताव भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद को भी भेजा जा चुका है और वहां भी सहमति बन गई है। 2019 से दिल्ली पुस्तक मेला केवल पांच दिनों का होगा।
दिल्ली-एनसीआर के पुस्तक प्रेमियों की साहित्यिक अभिरुचि को ध्यान में रख दिल्ली पुस्तक मेले का आयोजन सन 1995 में प्रगति मैदान से ही शुरू किया गया था। नौ दिवसीय यह मेला एफआइपी व आइटीपीओ के तत्वावधान में संयुक्त रूप से आयोजित किया जाता है। लेकिन, विश्व पुस्तक मेले की तर्ज पर इस पुस्तक मेले को केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से कोई आर्थिक अनुदान नहीं मिलता, इसीलिए बदलते दौर में इस मेले का आयोजन महंगा साबित होने लगा है।