बिहार में 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे कोरोना के वैक्सीनेशन पढ़े खबर। ….
कोरोना वायरस की महामारी से निपटने के लिए देश में दो वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी मिल गई है. केंद्र सरकार ने वैक्सीनेशन शुरू करने के लिए 16 जनवरी की तारीख का ऐलान भी कर दिया है.
तैयारियों को परखने के लिए दो बार ड्राई रन भी हो चुका है. ऐसे में अब देश के अलग-अलग राज्य 16 जनवरी से शुरू होने जा रहे कोरोना के वैक्सीनेशन के लिए व्यापक स्तर पर तैयारियों में जुटे हैं. बिहार सरकार ने भी वैक्सीनेशन के लिए कमर कस ली है.
जानकारी के मुताबिक, बिहार में कोरोना की वैक्सीन 14 जनवरी से पहले पहुंच जाएगी. बिहार पहुंचने के बाद इसे 15 जनवरी तक अलग-अलग जिलों में पहुंचा दिया जाएगा, जिससे 16 जनवरी को पूरे प्रदेश में एकसाथ वैक्सीनेशन की शुरुआत हो सके.
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वैक्सीन की खेप हवाई मार्ग से पटना पहुंचेगी. वैक्सीन को फ्रीजर वैन में रखकर पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल परिसर में बनाए स्टेट वैक्सीन स्टोर में लाया जाएगा.
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक स्टेट वैक्सीन स्टोर से इसे अलग-अलग जिलों के वैक्सीनेशन सेंटर पर भेजा जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने इस संबंध में बताया कि राजधानी पटना समेत सभी जिलों, प्रखंड,
शहरी क्षेत्रों में चिन्हित स्थलों पर वैक्सीनेशन के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती कर दी गई है. उन्होंने कहा कि कुल 300 वैक्सीनेशन सेंटर पर 16 जनवरी से वैक्सीनेशन शुरू होगा.
बिहार के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वैक्सीनेशन का कार्यक्रम सुचारू रूप से चले, इसके लिए प्रत्येक केंद्र पर पांच सदस्यीय टीम की तैनाती की गई है. हर दिन करीब 100 लोगों को वैक्सीन लगाई जाएगी.
पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को वैक्सीन लगाई जानी है. इसके लिए केंद्र सरकार के CO-WIN पोर्टल पर बिहार से अब तक 4 लाख 67 हजार 684 स्वास्थ्यकर्मी पंजीकरण करा चुके हैं.
जिन स्वास्थ्यकर्मियों ने इस पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराया है, वैक्सीन केवल उन्हें ही दी जाएगी. उन्होंने ट्वीट कर यह भी दावा किया है कि वैक्सीनेशन कैंपेन को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग है.
जानकारी के मुताबिक बिहार सरकार ने वैक्सीन के रखरखाव के लिए प्रदेश स्तर पर एक स्टोर के साथ ही क्षेत्रीय स्तर पर 10, जिला स्तर पर 38 और प्रखंड स्तर पर 638 स्टोरेज सेंटर बनाए हैं.
9 सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल, 5 प्राइवेट कॉलेज, 21 सदर अस्पताल, 17 अनुमंडलीय अस्पताल, 208 प्राथमिक एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, 1 नर्सिंग स्कूल, 3 रेफरल अस्पताल और 36 प्राइवेट संस्थानों को वैक्सीन स्टोर सेंटर में तब्दील किया गया है.