भरतपुर जहरीली शराब कांड में 7 लोगों की मौत पर अशोक गहलोत ने चलाया डंडा
भरतपुर जहरीली शराब कांड के मामले में गैर जिम्मेदाराना रवैया अपनाने वाले अधिकारियों पर गाज गिरी है. सीएम अशोक गहलोत ने पुलिस, प्रशासन और आबकारी विभाग के करीब आधा दर्जन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुये उन्हें सस्पेंड और एपीओ कर दिया है.
शराब कांड के कारणों की जांच संभागीय आयुक्त भरतपुर से करवाने के निर्देश दिये गये हैं. इस कांड के शिकार हुये मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और अन्य पीड़ितों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है. जहरीली शराब पीने से अब तक 7 लोगों की जान जा चुकी है.
सीएम के निर्देश के बाद भरतपुर के जिला आबकारी अधिकारी, सहायक आबकारी अधिकारी एवं एन्फोर्समेंट ऑफिसर राकेश शर्मा, बयाना आबकारी थाने के पेट्रोलिंग ऑफिसर रेंवत सिंह राठौड़ और बयाना आबकारी निरीक्षक योगेन्द्र सिंह को सस्पेंड कर दिया गया है.
वहीं, रूपवास आबकारी एन्फोर्समेंट थाने के पूरे स्टाफ को सस्पेंड किया गया है. रूपवास पुलिस थाने के सहायक उपनिरीक्षक मोहन सिंह और दो अन्य पुलिसकर्मी को भी सस्पेंड किया गया है. इनमें एक बीट इंचार्ज एवं बीट कांस्टेबल शामिल हैं.
रूपवास एसडीएम ललित मीणा को हटाकर एपीओ कर दिया गया है. मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और अन्य पीड़ितों को 50-50 हजार की आर्थिक सहायता दी गई है.
इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने भरतपुर सहित प्रदेश के सभी सीमावर्ती व अवैध शराब की बिक्री वाले संभावित क्षेत्रों में अविलंब सघन अभियान चलाकर अवैध शराब की रोकथाम
इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई किये जाने के निर्देश दिये हैं. सीएम ने शराब दुखांतिका पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने मृतकों के शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की है.
उल्लेखनीय है कि भरतपुर के रूपवास इलाके के चक सामरी समेत 3 गांवों में जहरीली शराब पीने से दो दिनों में सात लोगों की मौत हो गई है और गंभीर रूप से बीमार चार लोगों का इलाज चल रहा है. जहरीली शराब के शिकार हुए सभी लोग एक गांव चक सामरी के रहने वाले हैं. जो लोग बीमार हैं उनके आंखों की रोशनी जा चुकी है.