बिना खर्च वाड्रा ने 6 माह में कमाए 40 करोड़, आईएएस खेमका ने पहले उठाए थे सवाल…
शिकोहपुर गांव की जमीन के घोटाले को लेकर सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के खिलाफ मामला दर्ज होने के बाद भूमि सौदा एक बार फिर कांग्रेस पार्टी और उसकी अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए परेशानी का सबब बनता दिख रहा है।
मनमोहन सिंह के शासनकाल में हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी अशोक खेमका ने वाड्रा द्वारा गुरुग्राम के शिकोहपुर गांव में जमीन खरीदने और कुछ समय बाद ही उसे करोड़ों रुपये के मुनाफे पर बेचने की घटना पर विस्तृत रिपोर्ट देकर नेहरू-गांधी परिवार की प्रतिष्ठा पर प्रश्नचिह्न लगा दिया था। खेमका की रिपोर्ट से वाड्रा ही नहीं हरियाणा सरकार द्वारा किए जमीन घोटालों का भी पता चला था।
खेमका ने अपनी सौ पेज की रिपोर्ट में वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटलिटी द्वारा 3.53 एकड़ जमीन खरीद सौदे को तार-तार कर दिया था। खेमका ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि जब वाड्रा ने 8 फरवरी, 2008 में जमीन खरीदने का सौदा किया तब उसकी कंपनी की पेडअप कैपिटल मात्र एक लाख रुपये थी।