बिहार दुनिया को पर्यावरण संरक्षण का पाठ रहा है। राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा शुरू किए गए जल- जीवन- हरियाली अभियान का पूरी दुनिया में प्रशंसा हो रही है । संयुक्त राष्ट्र संघ ने भी इसकी सराहना की और दुनिया के तमाम देशों को इसका अनुकरण करने के लिए आग्रह किया है । ये बातें शनिवार को अठाईस वीं बाल विज्ञान कांग्रेस में राज्य के शिक्षा सह विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री डॉ. अशोक चौधरी ने कहीं।
उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण दुनिया की मांग है । इस समय पानी एवं पर्यावरण पर दुनिया भर में काम हो रहा है। अगला विश्वयुद्ध पानी के लिए होने वाला है । ऐसे में जल -जीवन- हरियाली का महत्व काफी बढ़ गया है। इस विषय पर राज्य सरकार काफी पहले से काम कर रही है।
प्रतिभाशाली 10 छात्रों को दी जाएगी छात्रवृत्ति
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री ने बाल विज्ञान कांग्रेस के उद्घाटन समारोह में इस बात की घोषणा की कि अगले वर्ष से राज्य के 10 बाल विज्ञानियों को स्कॉलरशिप प्रदान किया जाएगा। इसके लिए उन्होंने साइंस फॉर सोसाइटी से प्रस्ताव भी मांगा है। मौके पर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने कहा कि राज्य में विज्ञान को बढ़ावा देने के लिए सरकार हर संभव कोशिश कर रहे हैं। अच्छी बात है कि राज्य की बच्चे विज्ञान एवं अनुसंधान के क्षेत्र में सोच रहे हैं। उनके प्रोजेक्ट को प्रोत्साहित करने के लिए विभाग हर संभव प्रयास करेगा।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के निदेशक संजीव कुमार ने इस बात पर जोर दिया कि विभाग स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को विज्ञान के प्रति आकर्षित करने के लिए कई प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है। इस अवसर पर आए अतिथियों का स्वागत साइंस फॉर सोसायटी के अध्यक्ष डॉ अरुण कुमार ने किया। समारोह में आए अतिथियों का स्वागत डॉक्टर शंकर प्रसाद ने किया। अपने स्वागत भाषण में डॉ. प्रसाद ने कहा कि विज्ञान का मुख्य उद्देश्य स्थानीय समस्याओं का समाधान निकालना है । साइंस फार सोसाइटी उस दिशा में निरंतर काम कर रही है।