राज्य सरकार द्वारा निराश्रित बेसहारा गोवंश की समस्या के निराकरण के लिए निरन्तर कार्य
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश में निराश्रित बेसहारा गोवंश की समस्या के निराकरण के लिए निरन्तर कार्य किया जा रहा है। प्रदेश के 16 जनपदों में 20 गौ संरक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी। इसके लिए सरकार द्वारा 12 करोड़ रूपये की धनराशि वर्तमान वित्तीय वर्ष में स्वीकृत की गई है।
इस धनराशि से जनपद इटावा, कानपुर देहात, अलीगढ,़ बरेली, अयोध्या, सीतापुर, लखनऊ, रायबरेली, झांसी, बांदा, बस्ती, सिद्धार्थनगर में एक-एक तथा अंबेडकर नगर, हरदोई, बहराइच व फतेहपुर में दो-दो गो-संरक्षण केंद्रों की स्थापना की जाएगी। प्रत्येक गो-संरक्षण केंद्र की स्थापना के लिए 60 लाख रूपये की धनराशि आवंटित की गई है।
इस संबंध में पशुधन विभाग द्वारा निदेशक प्रशासन एवं विकास पशुपालन विभाग को शासनादेश जारी करते हुए गो-संरक्षण केंद्रों की स्थापना के लिए आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए गए हैं। शासनादेश में कहा गया है कि निर्माण हेतु भूमि की उपलब्धता निर्विवाद रूप से सुनिश्चित कर ली जाए।
कार्यदायी संस्था द्वारा लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्धारित विशिष्टियों एवं मानक के अनुसार गुणवत्तापूर्ण कार्य संपादित कराया जाएगा। निर्माण कार्य निर्धारित मानकों के अनुरूप होने और उसकी गुणवत्ता उत्कृष्ट होने की पूर्ण जिम्मेदारी कार्यदाई संस्था/निदेशक, प्रशासन एवं विकास, पशुपालन विभाग की होगी तथा समय-समय पर स्तरीय अनुश्रवण कर कार्य के गुणवत्ता की परख एवं कार्य निर्धारित समय में पूर्ण कराया जाना सुनिश्चित किया जाएगा ।