उत्तर प्रदेश में अधिकाधिक विदेशी पूंजी निवेश के लिए प्रवासी भारतीयों को किया जायेगा प्रोत्साहित
उत्तर प्रदेश में अधिकाधिक विदेशी पूंजी निवेश को आकर्षित करने के लिए प्रवासी भारतीयों/इण्डियन डायस्पोरो को प्रोत्साहित किया जायेगा। उत्तर प्रदेश मूल के निवासी प्रवासी भारतीयों की समस्याओं का निराकरण एवं सहायता उपलब्ध कराने की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है।
इसके साथ ही देश विदेश में रोजगार हेतु अधिकाधिक संख्या में लोगों का सुरक्षित एवं वैध उत्प्रवासन राज्य सरकार की भर्ती एजेंसी के माध्यम से कराया जायेगा। यह कार्य राज्य सरकार द्वारा गठित पीएमयू (प्रोजेक्ट मानीटरिंग यूनिट) की कार्यदायी संस्था केपीएमजी के माध्यम से कराया जायेगा।
यह निर्णय हाल ही में अपर मुख्य सचिव, प्रवासी भारतीय श्री आलोक कुमार की अध्यक्षता में आयोजित एनआरआई सेल के प्रस्तुतिकरण बैठक में लिये गये थे, अब इसका कार्यवृत्त जारी किया गया है।
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि प्रदेश सरकार के विकास कार्यक्रमों एवं योजनाओं, निवेश-परक नीतियों एवं स्वच्छ छवि को प्रवासी भारतीयों के माध्यम से प्रचारित-प्रसारित कराकर प्रदेश के विकास में उनका सहयोग प्राप्त किया जाये।
इसके साथ ही पीएमयू द्वारा सूचना, पर्यटन एवं संस्कृति विभाग से नियमित समन्वय कर उनकी वेबसाइट से महत्वपूर्ण आयोजनों जैसे उत्तर प्रदेश दिवस, अयोध्या दीपोत्सव, बरसाने की होली आदि का लाइव-स्ट्रीमिंग एनआरआई विभाग के वेबपोर्टल से साझा किया जायेगी।
इसके अतिरिक्त पीएमयू द्वारा प्रदेश में अधिकाधिक पॅूंजी निवेश को बढ़ावा देने एवं निवेश-परक वातावरण तैयार करने में विभिन्न विभागों द्वारा प्रचलित की गई नीतियां तथा योजनाएं, जो प्रवासी भारतीय के लिए उपयोगी एवं हितकर है, का अध्ययन कर कार्ययोजना बनाई जायेगी।
स्टेट शो-केसिंग के साथ-साथ प्रवासी भारतीयों को यूपी रूरल इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट फण्ड में सक्रिय योगदान, जनोन्मुखी सरकारी योजनाओं यथा स्कूल, जनस्वास्थ्य, पेयजल, धार्मिक स्थल एवं सांस्कृतिक विरासतों के संरक्षण आदि में वित्तीय (फाइनेंसिंग) हेतु आकर्षित किया जायेगा।
प्रदेश में निवेश करने के इच्छुक प्रवासी भारतीयों के लिए पीएमयू द्वारा विभिन्न विभागों से समन्वय करके इन्वेस्ट-यूपी के सहयोग से सिंगल विंडो के रूप में कार्य किया जायेगा। प्रवासी भारतीय कामगारों के हितार्थ विदेश मंत्रालय भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं का लाभ प्रदेश मूल के प्रवासी भारतीयोें को उपलब्ध कराने की दिशा में भी कार्य किया जायेगा।
इसके अतिरिक्त प्रदेश में विदेशी पर्यटन को बढ़ावा देने एवं स्टार्ट-अप पालिसी के अन्तर्गत प्रवासी भारतीयों के कौशल का उपयोग करने तथा स्किल डेवलपमेंट में वृद्धि हेतु पीएमयू को 02 सप्ताह के भीतर कार्य-योजना प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए है।