उज्जैन में धर्म गुरू ने कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर दिया ये विवादित बयान
जिले में धर्म गुरू का चौंकाने वाला बयान सामने आया है. सुन्नी मुसलिम समाज के धर्म गुरू नायब काजी का कहना है कि जब तक फतवा जारी नहीं होता, तब तक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे. उनका कहना है वे सुन्नी उलेमाई कलाम और उनकी डॉक्टरों की टीम के आदेश का इंतजार कर रहे हैं.
नायब काजी मोहम्मद अली ने सोमवार को मीडिया से कहा कि वैक्सीन सभी के लिए है, लेकिन जब तक फतवा जारी नहीं होगा, तब तक वैक्सीन नहीं लगवाएंगे. उन्होंने कहा कि जब भी फतवा जारी होगा
मस्जिदों से ऐलान करवाकर वैक्सीन लगवाई जाएगी वैक्सीन को लेकर सभी की एक ही राय नजर आ रही है, क्योंकि धर्म गुरू के मुताबिक, ये इस्लाम का मामला है, इसलिए फतवे का इंतजार है.
नायब काजी ने कहा कि इस मुद्दे पर मीटिंग की गई है. मेडिकल लाइन के हमारे मुस्लिम डॉक्टर मशवरा कर रहे हैं. उम्मीद यही की जा रही है कि उनकी ओर से सकारात्मकता का फतवा आएगा. जब कोई भी बिमारी का हल ना हो तो ऐसी हालत में शरीयत में गुंजाइश होती है.
गौरतलब है कि वैक्सीनेशन के 24 घंटे होने से पहले तीन स्टाफ नर्सों रानी, महिमा और सुमन बहरिया को तबीयत खराब होने की शिकायत के बाद उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
नर्सों की खबर लगते ही डॉक्टर और जिले के टीकाकरण अधिकारी पहुंचे और तीनों का चेकअप किया. जानकारी के मुताबिक, डॉक्टरों ने नर्सों को घर पर आराम करने की सलाह दी है.
इन तीनो में रानी की हालत ज्यादा खराब है. उसे बुखार के अलावा सांस लेने में भी काफी दिक्कत हो रही है. बैतूल की रहने वाली रानी को कल टीका लगा था. उसके बाद आधे घंटे के ऑब्जर्वेशन पीरियड में कुछ नही हुआ तो वह ड्यूटी पर चली गई.
उसने बताया कि दोपहर करीब 2 बजे बाद उसका जी घबराना शुरू हुआ और शाम होते होते सांस लेने में तकलीफ होने लगी. वहीं, महिमा ने भी बताया कि उसे लूज मोशन के साथ-साथ बुखार भी आ रहा है