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मिशन रोजगार : आनलाइन नियुक्ति पत्र वितरण के अवसर पर उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा भी होंगे उपस्थित

मिशन रोजगार के अन्तर्गत प्रदेश के अंतर्गत मा0 मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्य नाथ जी प्रदेश के राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापक कला पद हेतु चयनित 114 महिला तथा 14 पुरूष  कुल 138 अभ्यर्थियों तथा प्रवक्ता पद हेतु चयनित 189 महिला तथा 109  पुरूष  कुल 298 अभ्यर्थियों को आनलाइन नियुक्ति पत्र अपने कर कमलों द्वारा वितरित करेंगे।

यह कार्यक्रम मुख्यमंत्री आवास पर सम्पन्न होगा। उक्त आनलाइन प्रक्रिया को पूर्ण पारदर्शी एवं निष्पक्ष रूप से अपनाते हुए एन0आई0सी0 के तकनीकी सहयोग से विकसित वेबसाइट के माध्यम से फोटो युक्त आनलाइन नियुक्ति पत्र/पदस्थापन आदेश निर्गत कराया जा रहा है। इस अवसर पर मा0 मुख्यमंत्री जी एन0आई0सी0 के माध्यम से वीडियो कान्फ्रेसिंग द्वारा नवनियुक्त अध्यापकों से संवाद भी करेंगे।

निदेशक माध्यमिक शिक्षा, श्री विनय कुमार  पांडेय ने यह जानकारी देते हुए बताया कि आनलाइन नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के अवसर पर मा0 उप मुख्यमंत्री डा0 दिनेश शर्मा एवं श्रीमती गुलाब देवी, मा0 राज्य मंत्री, माध्यमिक शिक्षा भी उपस्थिति रहेंगे।

निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने बताया कि मा0 मुख्यमंत्री जी की प्रेरणा से नवनियुक्त अध्यापकों को घर बैठे उनकी इच्छानुसार आनलाइन वरीयता क्रम में विद्यालयों के विकल्पों का चयन करने का अधिकार दिया गया तथा चयनित अभ्यर्थियों हेतु वरीयता क्रम के विकल्पों के आधार पर ही आनलाइन नियुक्ति पत्र निर्गत करने का कार्य कराया जा रहा है।

इस नियुक्ति प्रक्रिया में प्रथम वरीयता लोक सेवा आयोग से दिव्यांग की श्रेणी में चयनित अभ्यर्थी को दी जा रही है, जिससे उनको सर्वोच्च वरीयता वाले विद्यालयों में नियुक्ति प्राप्त होगी। इसी प्रकार विवाहित महिला अभ्यर्थी जिसका बच्चा ऑटिस्टिक अथवा 40 प्रतिशत दिव्यांग है

उनको, जिनके पतिध्पत्नी भारतीय सेनाध्वायु सेनाध्नौ सेना अथवा केन्द्रीय अर्द्धसैनिक बलों में तैनात है, विधवा महिला/विधुर पुरूष जिन्होने पुनर्विवाह नहीं किया है तथा एकल अभिभावक हैं तथा जिनके पतिध्पत्नी बेसिक,

माध्यमिक एवं उच्च शिक्षा के अन्तर्गत आने वाले राजकीय अथवा सहायता प्राप्त विद्यालयों, परिषदीय विद्यालयों, राज्य/केन्द्रीय विश्वविद्यालयों एवं राजकीय/अर्द्धशासकीय सेवा में कार्यरत हैं, उनको भी पदस्थापन में वरीयता प्रदान की जा रही है।
निदेशक माध्यमिक शिक्षा ने बताया कि यह व्यवस्था प्रभावी होने से नव नियुक्त शिक्षकों का आत्मबल बढ़ेगा और वह पूर्ण मनोयोग से शिक्षण कार्य करेंगे। इससे प्रदेश के विद्यालयों में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को पठन-पाठन की नई गति मिलेगी, जिससे नवीन राष्ट्र निर्माण का सपना साकार होगा।

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