भारत के ‘नंबर वन’ विकेटकीपर बने ऋषभ पंत, धोनी, किरमानी और मोरे को भी छोड़ा पीछे
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टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत को इंपैक्ट प्लेयर कहा जाता है। ऋषभ पंत ऐसे खिलाड़ी हैं जो अपने प्रदर्शन से कभी भी वक्त खेल का रूख मोड़ सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच में ऋषभ पंत ने इसका एकबार फिर मुजायरा किया। ब्रिस्बेन में गावा के मैदान में खेले मैच में ऋषभ पंत ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की सीरीज को 2-1 से अपने नाम कर लिया। की बादशाहत को खत्म कर दिया है।
इस मुकाबले में पंत ने शानदार 85 रन बनाकर नाबाद रहे। इस दौरान ऋषभ पंत ने अपने नाम एक और अनोखा रिकॉर्ड दर्ज करा लिया। पंत ने ब्रिस्बेन टेस्ट की चौथी पारी के 58.3 ओवर में दो रन लेते हुए टेस्ट क्रिकेट में अपने 1000 रन पूरे किए। इसके साथ ही उन्होंने पूर्व विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। पंत अब सबसे कम (27) पारियों में हजार रन बनाने वाले भारतीय विकेटकीपर बन गए हैं। उनके बाद महेंद्र सिंह धोनी (32), फारुख इंजीनियर (36) और फिर ऋधिमान साहा (37) का नंबर आता है। वहीं नयन मोंगिया- 39, सैयद किरमानी- 45 और किरण मोरे को टेस्ट में अपने पहले एक हजार रन पूरा करने में 50 पारियां खेलनी पड़ी।
आपको बता दें कि ऋषभ पंत का टेस्ट क्रिकेट में रिकॉर्ड शानदार रहा है। पंत ने 16 टेस्ट मैच में 1000 रन बनाए हैं और उनका बैटिंग औसत 40 से ऊपर का है। इतना ही नहीं टेस्ट क्रिकेट में उनका करीब 70 के स्ट्राइक रेट है। टेस्ट में पंत ने दो शतक और तीन अर्धशतक लगा चुके हैं।
ओवरऑल की बात करें तो सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने का रिकॉर्ड दक्षिण अफ्रीका के विकेटकीपर क्विंटन डीकॉक के नाम पर दर्ज है। उन्होंने वह उपलब्धि मात्र 21 पारियों में ही हासिल कर ली थी। इस मामले में भारत का कोई भी विकेटकीपर शीर्ष पांच में भी शामिल नहीं है।