जानिये- दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल को ‘हरियाणवी’ होने पर क्यों हुआ गर्व
आम आदमी पार्टी (AAP) मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक ट्वीट करके कहा है कि उन्हें हरियाणवी कहलाने में काफी खुशी महसूस हो रही है। दरअसल, उन्होंने यह ट्वीट इसलिए किया है, क्योंकि देश की तीन फीसद आबादी वाले राज्य हरियाणा के खिलाड़ियों ने जकार्ता एशियन गेम्स में 26.08 फीसद मेडल जीत देश का नाम रोशन किया।
गौरतलब है कि एशियन गेम्स 2018 के रेसलिंग में दिल्ली की रहने वाली दिव्या काकरान देश ने ब्रॉन्ज मेडल जीता है। दिल्ली के गोकलपुर में रहने वाली दिव्या काकरान ने बेहद मुश्किल हालात में ट्रेनिंग करके ये पदक देश के नाम किया है। दिव्या का घर पूर्वी दिल्ली के पूर्व गोकलपुर में है। पिछले 10 साल से दो कमरों के इसी घर में दिव्या का परिवार रहता है।
बता दें कि जकार्ता में भारत ने 15 स्वर्ण पदक समेत 69 पदक जीते हैं, जिसमें अकेले हरियाणा के खिलाड़ियों को 18 पदक (6 स्वर्ण, 5 रजत और 7 कांस्य पदक) मिले हैं। भारत को कुश्ती में दो स्वर्ण पदक सहित तीन पदक मिले हैं, जिसमें दोनों स्वर्ण हरियाणा के पहलवानों ने जीते हैं। मुक्केबाजी में दोनों पदक हरियाणा के मुक्केबाजों ने हासिल किए।
एथलेटिक में हरियाणा के चार एथलीट ने पदक जीते हैं जिनमें तीन स्वर्ण पदक हैं। कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम में दो खिलाड़ी हरियाणा के और रजत पदक जीतने वाली भारतीय महिला हॉकी टीम में सात खिलाड़ी हरियाणा के हैं। वुशु में एक कांस्य शूटिंग में दो रजत सहित तीन पदक हासिल किए। रजत पदक जीतने वाली महिला कबड्डी टीम में कैप्टन सहित हरियाणा की दो खिलाड़ी और पुरुष कबड्डी टीम में चार खिलाड़ी शामिल थे।
गौरतलब है कि एशियन गेम्स 2018 भारत के लिए एक यादगार टूर्नामेंट रहा। इस बार भारतीय खिलाड़ियों ने इन खेलों के इतिहास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। भारत ने इस बार 15 गोल्ड, 24 सिल्वर और 30 कांस्य पदक सहित 69 मेडल अपने नाम किए हैं।
इससे पहले भारत का एशियाइ खेल में बेस्ट प्रदर्शन साल 1951 में था, उस वक्त दिल्ली में हुए एशियाड में भारत ने 51 मेडल जीते थे, जिनमें 15 गोल्ड मेडल भी शामिल थे। भारत का प्रदर्शन साल 2010 में हुए खेलों में भी अच्छा रहा था, उस वक्त भारत 14 गोल्ड जीतने में सफल रहा था। उस साल भारत ने 14 गोल्ड, 17 सिल्वर और 34 कांस्य पदक हासिल किए थे।