वाराणसी जीआई एक्सपो 2021 से हस्तशिल्पियों में दिखा उत्साह
आत्मनिर्भर भारत के मिसाल की तश्वीर अगर देखनी है तो पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में लगे जीआई प्रोडक्ट एक्सपो 2021 में आईए, जहां पूरे यूपी के जीआई प्रोडक्ट का मेला लगा हुआ है.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयास के बाद इस मेले के आयोजन से हस्तशिल्पयों में एक नया उत्साह देखने को मिला. यही वजह है कि कुछ ही दिन में जीआई उत्पाद को करोड़ों के आर्डर मिले तो लाखों की बिक्री हो गई.
जो कि कोरोना काल के बाद एक बड़ी राहत हस्तशिल्पियों के लिए बनी. खास बात ये है कि ऐसा पहली बार हो रहा है जब एक ही छत के नीचे 26 जीआई टैग के उत्पादों का मेला लगा हो.
यूपी में हुनर की कमी नहीं है बल्कि उस हुनर को दुनिया के सामने लाने की जरूरत है. 2014 में जब केंद्र में मोदी सरकार आई तो सबसे पहले यूपी के हुनर से बने हस्तशिल्प उत्पादों का जीआई टैग करवाना शुरू किया गया, ताकि हस्तशिल्पियों के मेहनत को किसी और का नाम न मिले.
जिसका नतीजा रहा कि सिर्फ बनारस में ही 10 जीआई टैग उत्पाद तैयार हो चुके हैं और पूरे यूपी में इसकी संख्या 26 है. इनमें बनारस की गुलाबी मीनाकारी, लकड़ी के खिलौने
भदोही की कालीन, लखनऊ की चिकनकारी खासा आकर्षण का केंद्र बने हुए इस सभी उत्पादन करने वाले कारीगरों या फिर यूं कहें हस्तशिल्पियों के हुनर को एक छत दिया गया, जिसके कारण आज उन्हें लाखों का फायदा हुआ.
दरअसल कोरोना काल शुरू होने के बाद सबसे ज्यादा प्रभावित हस्तशिल्पकार हुए. इन्हें फिर से उबारने के लिए वाराणसी के बड़ा लालपुर स्थित ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में जीआई उत्पादों का मेला लगाया गया.
इस मेले में कुल 51 उत्पादों का स्टॉल लगाया गया. जिनमें 26 जीआई टैग तो 25 ऐसे उत्पाद हैं जो जीआई टैग में शामिल होने वाले हैं. इन उत्पादों का मेला लगाने के बाद देश व विदेश में इनके खरीदारों को वर्चुअली भी जोड़ा गया. कुछ ने तो यहां आकर इसकी खरीदारी की तो वहीं कुछ ने वर्चुअली देख के ही आर्डर दे दिया.
जीआई उत्पाद यानी भौगोलिक संकेतक या ज्योग्राफिकल इंडिकेशन ऐसे उत्पाद होते हैं जिनका उत्पादन एक विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्र में होता है. इन उत्पादों की विशिष्ट विशेषता एवं प्रतिष्ठा भी इसी मूल क्षेत्र के कारण होती है.
इस तरह का संबोधन उत्पाद की गुणवत्ता और विशिष्टता का आश्वासन देता है. यही कारण है कि इस टैग के बाद हस्तशिल्प द्वारा उत्पादित सामान की मांग देश विदेशों में रहती है.
वाराणसी में इतनी बड़ी जीआई उत्पादों की प्रदर्शनी कभी नहीं लगी है. निश्चित रूप से इस एक्सपो से हैंडलूम, हैंडीक्राफ्ट, और वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट उत्पादों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लाभ मिलेगा।