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आज सोने की कीमतों में आई भारी गिरावट

आज सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। सोमवार को 49,143 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ सोना आज 240 रुपये की गिरावट के साथ 48,903 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला।

यहां से सोना और भी नीचे गिरता चला गया और 300 रुपये से भी अधिक गिर गया। शुरुआती कारोबार में ही सोने ने 48,807 रुपये प्रति 10 ग्राम का न्यूनतम स्तर छू लिया और 48,946 रुपये प्रति 10 ग्राम का उच्चतम स्तर छू लिया।

राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार को लगातार दूसरे दिन सोने की कीमतों में नरमी रही और यह 141 रुपये लुढ़ककर 48,509 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। एचडीएफसी सिक्योरिटीज ने इसकी जानकारी दी। शुक्रवार को सोना 48,650 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था।

हालांकि चांदी इस दौरान 43 रुपये की मामूली बढ़त के साथ 66,019 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गयी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना गिरावट के साथ 1,853.26 डॉलर प्रति औंस के स्तर पर चल रहा था।

चांदी 25.55 डॉलर प्रति औंस पर स्थिर थी। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा कि सर्राफा बाजार स्थिरता की तलाश में है।

कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा कारोबार में सोमवार को सोना 0.3 प्रतिशत की हानि के साथ 48,994 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।

मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 146 रुपये यानी 0.3 प्रतिशत की हानि के साथ 48,994 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई। इसमें 4,912 लॉट के लिये कारोबार किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.18 प्रतिशत की हानि दर्शाता 1,856.60 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।

ये साल सोने के लिए बहुत ही शानदार साबित हुआ है। इस साल अब तक सोने की कीमत करीब 28 फीसदी तक बढ़ी है। अगस्त के महीने में तो सोने-चांदी ने एक नया रेकॉर्ड ही बना दिया था और अपना ऑल टाइम हाई का स्तर छू लिया था।

ऐसा नहीं है कि सिर्फ भारत में ही सोने की कीमत बढ़ी है। इस साल वैश्विक बाजार में भी सोना करीब 23 फीसदी महंगा हुआ है। इससे पहले 2019 में भी सोने के दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में थी, इस बार भी सोने दाम में बढ़ोतरी की दर डबल डिजिट में है।

इस साल सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है। कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया

क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है इस स साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।

भारत में सोने की कीमतें पहली बार अगस्त 2020 में अपने उच्चतम स्तर पर पहुंची थीं। सोने की कीमतें करीब 56,200 रुपये के उच्चतम स्तर तक गई थीं। उसकी वजह थी कोरोना वायरस की वजह से बढ़ रही चिंताएं, जिसके चलते लोग सोने में निवेश करना पसंद कर रहे थे, क्योंकि ये निवेश का एक सुरक्षित ठिकाना माना जाता है।

क्रेडिट सुईस को उम्मीद है कि सोना आगे की तरफ बढ़ता रहेगा। उम्मीद है कि 2021 में जुलाई-सितंबर तिमाही तक सोने की कीमतें 2200 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएंगी।

हालांकि, पहले क्रेडिट सुईस ने उम्मीद जताई थी कि कीमतें 2500 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच सकती हैं और अब अपना अनुमान घटा दिया है। यानी क्रेडिट सुईस मानता है कि आने वाले वक्त में सोने की कीमतें में बढ़ोतरी होगी।

सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे।

हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।

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