माघ मेले में स्नान पर्व पर उमड़ा आस्था का सैलाब
माघ मेले के दूसरे स्नान पर्व पौष पूर्णिमा के मौके पर संगम में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है. कड़ाके की ठंड के बावजूद संगम में बनाए गए घाटों पर ब्रह्म मुहूर्त से ही श्रद्धालु स्नान कर दान पुण्य कर रहे हैं. पौष पूर्णिमा पितरों के कृपा की पूर्णिमा है.
इस पर्व पर इस बार गुरु पुण्य योग, प्रीति योग, शुभ योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत योग बन रहा है. जिससे इसका पुण्य कई गुना तक बढ़ गया है. आज के दिन से ही कल्प प्रवासी पितरों के मोक्ष और अपनी मनोकामनाओं की पूर्ति का संकल्प लेकर कल्पवास की भी शुरुआत करते हैं.
यह कल्पवास पौष पूर्णिमा से लेकर माघी पूर्णिमा तक चलता है. इस बार 640 हेक्टेयर में 5 सेक्टरों में माघ मेला बसाया गया है. कोविड के चलते स्नान घाटों का भी विस्तार किया गया है.
स्नान घाटों पर की गई है डीप वाटर बैरिकेडिंग और जल पुलिस की भी तैनाती की गई है. माघ मेले में बनाए गए 16 एंट्री पॉइंट पर सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया है. मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोविड गाइडलाइन का पालन करना अनिवार्य किया गया है.
मेले में 13 थाने 38 चौकियां और 13 फायर स्टेशन बनाए गए हैं. 100 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से पूरे मेला क्षेत्र की निगरानी हो रही है. मेले में एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जल पुलिस की तैनाती की गई है.
मेले की सुरक्षा में एटीएस, बीडीएस एसटीएफ, आईबी, एल आई यू के साथ खुफिया एजेंसियां भी तैनात की गई हैं. मेले में प्रवेश और निकास के लिए अलग-अलग रूटों की गई है व्यवस्था.