आज देखने को मिली सोने की कीमतों में गिरावट
आज भी सोने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। बुधवार को 48,865 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर बंद हुआ सोना आज 165 रुपये की गिरावट के साथ 48,700 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर खुला।
शुरुआती कारोबार में ही सोने ने 48,670 रुपये प्रति 10 ग्राम का न्यूनतम स्तर छू लिया और 48,740 रुपये प्रति 10 ग्राम का उच्चतम स्तर भी छुआ। अब तक सोने में 7500 रुपये तक की गिरावट आ चुकी है। बता दें कि सोने ने अगस्त में 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम का उच्चतम स्तर छुआ था।
कमजोर हाजिर मांग के कारण कारोबारियों ने अपने सौदों की कटान की जिससे वायदा कारोबार में बुधवार को सोना 0.48 प्रतिशत की हानि के साथ 48,905 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया।
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज में फरवरी महीने में डिलिवरी वाले सोना वायदा की कीमत 238 रुपये यानी 0.48 प्रतिशत की हानि के साथ 48,905 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।
इसमें 4,347 लॉट के लिये कारोबार किया गया। अंतरराष्ट्रीय बाजार, न्यूयॉर्क में सोना 0.01 प्रतिशत की हानि दर्शाता 1,854.60 डॉलर प्रति औंस चल रहा था।
इस साल सोने के दाम में तगड़ी तेजी की वजह कोरोना वायरस रहा, जिसकी वजह से लोग निवेश का सुरक्षित ठिकाना ढूंढ रहे थे। सोने में निवेश हमेशा से ही सुरक्षित रहा है।
कोरोना की वजह से शेयर बाजार में लोगों ने निवेश कम कर दिया, क्योंकि शेयर बाजार में निवेश रिस्की होता है। इस स साल जनवरी-फरवरी में तो सोना धीरे-धीरे बढ़ रहा था, लेकिन मार्च में भारत में कोरोना वायस की दस्तक के बाद इसने स्पीड पकड़ ली।
कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए वैक्सीन के मोर्चे पर सकारात्मक खबरों से सोने की कीमतों में गिरावट आ रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि ग्लोबल इकनॉमी में सुधार और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं।
यही वजह है कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। हालांकि, लंबी अवधि के लिए सोना अभी भी निवेश का अच्छा विकल्प माना जा रहा है।
सोना हमेशा ही मुसीबत की घड़ी में खूब चमका है। 1979 में कई युद्ध हुए और उस साल सोना करीब 120 फीसदी उछला था। अभी हाल ही में 2014 में सीरिया पर अमेरिका का खतरा मंडरा रहा था तो भी सोने के दाम आसमान छूने लगे थे।
हालांकि, बाद में यह अपने पुराने स्तर पर आ गया। जब ईरान से अमेरिका का तनाव बढ़ा या फिर जब चीन-अमेरिका के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति बनी, तब भी सोने की कीमत बढ़ी।