सुपर थर्टी के फाउंडर आनंद कुमार को तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा किया जायेगा सम्मानित
सुपर थर्टी के संस्थापक आनंद कुमार को प्रतिष्ठित महावीर पुस्कार के लिए चुना गया है. हर साल दिया जाने यह प्रतिष्ठित पुरस्कार भगवान महावीर फाउंडेशन की ओर से स्थापित किया गया है.
आनंद कुमार को पुरस्कार के रूप में 10 लाख रुपये नकद, एक प्रशस्ति पत्र और एक स्मृति चिन्ह दिया जाएगा. मिली जानकारी के अनुसार यह पुरस्कार आज चेन्नई में एक समारोह में कुमार को प्रदान किया जाएगा. तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित समारोह में मुख्य अतिथि होंगे और पुरस्कार प्रदान करेंगे.
बता दें कि भगवान महावीर फाउंडेशन की स्थापना 1994 में एन सुगलचंद जैन ने की थी. समाज में कमजोर और कमजोर लोगों के कल्याण के लिए निस्वार्थ सेवा कर रहे व्यक्तियों और संस्थानों की पहचान करने, उन्हें प्रोत्साहित करने और उनका सम्मान करने के लिए इसकी स्थापना की गई थी.
गौरतलब है कि आनंद कुमार पिछले 18 वर्षों से भारत के प्रीमियर आईआईटी-जेईई के लिए एक वर्ष के आवासीय कोचिंग के माध्यम से 30 छात्रों को मुफ्त में प्रशिक्षण देते आए हैं
जो सुपर 30 के नाम से विख्यात इस कोचिंग क्लास के माध्यम से आनंद कुमार ने वंचित वर्गों के छात्रों को प्रीमियर संस्थानों में प्रवेश करवाने में सहायता की है.
बता दें कि इससे पहले भी आनंद कुमार को अनेकों पुरस्का मिल चुके हैं. वर्ष 2017 में भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा राष्ट्रीय बाल कल्याण पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
शिक्षा के क्षेत्र में बिहार सरकार का सर्वोच्च पुरस्कार, मौलाना अब्दुल कलाम आज़ाद शिक्षा पुरस्कार नवंबर 2010 में देकर भी सम्मानित किया गया था. यशवंतराव केलकर युवा पुरस्कार, 2010 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद द्वारा बैंगलोर में दिया गया था.
अप्रैल 2011 में, आनंद कुमार को यूरोप की पत्रिका फोकस द्वारा वैश्विक व्यक्तित्वों में से एक के रूप में चुना गया, जिनके पास प्रतिभाशाली लोगों को छोड़कर आकार देने की क्षमता है.
उन्हें यूके की पत्रिका मोनोकल द्वारा दुनिया के 20 अग्रणी शिक्षकों की सूची में चुना गया है. उन्हें ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा की सरकार द्वारा सम्मानित भी किया गया था.
हाल ही में, आनंद के लिए अन्य सम्मानों में गरीबों के लिए विशेष शिक्षण के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा सनलाइक अचीवमेंट अवार्ड, एंड रियल हीरो अवार्ड ’और अन्य शामिल हैं.
ऋतिक रोशन अभिनीत उनके जीवन पर एक बायोपिक भी एक बड़ी सफलता थी और आठ भारतीय राज्यों ने फिल्म के शक्तिशाली संदेश के कारण इसे कर मुक्त बना दिया.