केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ महागठबंधन की ओर से शनिवार प्रस्तावित मानव श्रृंखला पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने पलटवार किया है। पूर्व उपमुख्यमंत्री व बीजेपी सांसद सुशील मोदी ने कहा है कि असली किसान राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ हैं। स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय (Mangal Pandey) ने इसे आरजेडी का फ्लॉप ड्रामा करार दिया है। विदित हो कि 30 जनवरी को केंद्र के नए कृषि कानूनों के खिलाफ तेजस्वी यादव के नेतृत्व में महागठबंधन ने मानव श्रृंखला का आयोजन किया है।
गणतंत्र की उदारता को ही बना लिया हमले का हथियार
विपक्ष की मानव श्रृंखला को लेकर सुशील मोदी ने कहा है कि शांतिपूर्ण तरीके से असहमति और विरोध प्रकट करने की अनुमति देने के लिए गणतंत्र की महिमा है, लेकिन भारत के 72वें गणतंत्र दिवस पर उत्पात और हिंसा करने वालों ने गणतंत्र की उदारता को ही इसपर हमले का हथियार बनाकर अपना असली खूनी चेहरा दिखाया है। इसके बावजूद बिहार में मानव श्रृंखला बनाने की राष्ट्रीय जनत दल की जिद दुर्भाग्यपूर्ण है। असली किसान एनडीए के साथ हैं।
अराजकता और हिंसा काे विपक्ष का नैतिक समर्थन
सुशील मोदी ने कहा कि कांग्रेस सहित 16 विपक्षी दलों ने दिल्ली में पुलिसकर्मियों पर ट्रैक्टर और तलवार से हमला करने वाले पंजाब-हरियाणा के उत्पातियों की न तो कडे़ शब्दों में निंदा की, न ही हिंसक हुए आंदोलन से अपना समर्थन वापस लिया। इतना ही नहीं, उनके पक्ष में दिखने के लिए इन दलों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी। विपक्ष का यह फैसला अराजकता और हिंसा का नैतिक समर्थन करने जैसा है।
विपक्ष का आंदोलन फ्लाॅप राजनीतिक ड्रामा
विपक्ष पर तंज कसते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि यह एक फ्लाॅप राजनीतिक ड्रामा के सिवाय कुछ भी नहीं है। किसान आंदोलन की आग में विपक्ष सियासी रोटी सेंकने का असफल प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा किसानों के नाम पर घड़ियाली आंसू बहाने वाले ऐसे नेता अपने राज्य में दाल गलती नहीं देख राजनीति चमकाने के लिए दिल्ली में किसान आंदोलन को न सिर्फ हवा दे रहे हैं, बल्कि मानव श्रृंखला का ढोंग रच किसानों एवं देश को गुमराह करने की साजिश रच रहे हैं। कांग्रेस ही नहीं, बल्कि तमाम विपक्षी पार्टियां किसान आंदोलन को लंबा खिंचवाने में एड़ी-चोटी एक किये हुए हैं।
महागठबंधन की मानव श्रृंखला किसानों के हित में नहीं
बीजेपी के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने कहा कि राज्य के किसान एनडीए सरकार की नीतियों से खुश एवं संतुष्ट हैं। एनडीए सरकार द्वारा राज्य में किसानों के लिए चलायी जा रही कल्याणकारी योजनाओं से सूबे के किसानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। रबी हो या खरीफ दोनों फसलों की खेती में किसानों का हर तरह की सहायता मिल रही है। महागठबंधन की मानव श्रृंखला किसानों के हित के लिए नहीं है, बल्कि हाशिये पर जा पहुंचे कुछ नेताओं के स्वहित के लिए है। बिहार के किसानों को दिल्ली आंदोलन से कोई वास्ता नहीं है। सूबे के किसानों ने पहले ही विपक्ष को ठेंगा दिखा दिया है। इसके पहले भी कांग्रेस के सहयोग से आरजेडी ने राज्य की जनता को कई मुद्दों पर बरगलाने का काम किया है, लेकिन जनता ने विपक्ष के हर तरकीब को सिरे से नकार कर उन्हें आईना दिखाने का काम किया है।
किसानों के वेश में लाल किला पर कब्जा की कोशिश
उन्होंने कहा कि जिन वाम दलों को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव मानव श्रृंखला बनाने की बात कर रहे हैं, उन्हीं वाम दलों ने उनके माता-पिता के शासनकाल में किसानों की खेती चैपट की और खेतों पर जबरन लाल झंडे गाड़ किसानों को उनके खेतों से बेदखल करने का काम किया। कहा कि 26 जनवरी को किसान आंदोलन के नाम पर कांग्रेस एवं अन्य विपक्षी पार्टियों की शह पर किसान नेताओं ने दिल्ली में जिस तरह हिंसा एवं अव्यवस्था फैलायी, वह दुखद और निंदनीय है। किसानों के वेश में देशद्रोही नेताओं द्वारा लाल किला पर कब्जा करने की असफल कोशिश लोकतंत्र के इतिहास में स्याह दिन के रूप में लिखा जायेगा। समय आने पर देश की जनता इन तथाकथित किसान नेताओं को माकूल जवाब देगी।