मध्यप्रदेश की राजधानी में भोपाल में चली 12 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं सर्द हुआ मौसम
पहाड़ी क्षेत्रों में हो रही बर्फबारी ने उत्तर भारत के राज्यों में ठंड बढ़ा दी है। मध्यप्रदेश, राजस्थान और बिहार सहित कई मैदानी राज्यों में कड़ाके की सर्दी पड़ रही है।
गुरुवार को राजस्थान के 9 शहरों में पारा 5 डिग्री से कम रहा। माउंट आबू में लगातार दूसरे दिन पारा माइनस 3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं, मध्यप्रदेश की राजधानी में भोपाल में 12 किलोमीटर की स्पीड से हवाएं चलीं।
राजस्थान में बीती रात 9 शहरों का तापमान 5 डिग्री से कम दर्ज किया गया। माउंट आबू का तापमान लगातार दूसरे दिन माइनस 3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। कड़ाके की सर्दी के चलते दोपहर में तेज धूप खिलने के बावजूद लोगों को राहत नहीं मिल पा रही है।
प्रदेश के ज्यादातर शहरों में दिन का पारा 20 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। राजधानी जयपुर में रात का पारा 0.6 डिग्री लुढ़ककर 6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। मौसम विभाग ने कहा है कि 11 जिलों में अगले तीन दिन तक शीतलहर चलने का अनुमान है।
अलवर, भीलवाड़ा, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, झुंझुनूं, सीकर, उदयपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, चूरू, बीकानेर में अगले दो दिन शीतलहर चलने का अनुमान है। 1 फरवरी से ही लोगों को राहत मिलने की उम्मीद जताई गई है। भीलवाड़ा, सीकर, झुंझुनूं, चित्तौड़गढ़, चूरू में कई स्थानों पर एक-दो दिन में पाला पड़ने की भी चेतावनी दी गई है।
पंजाब में रात का तापमान 1.4 से 6 डिग्री के बीच चल रहा है। वहीं, दिन का तापमान औसतन 20 डिग्री है। गुरुवार को मौसम साफ रहा और सुबह से धूप निकली, जिससे पारा कई शहरों में 20 डिग्री के पार पहुंच गया है।
#WATCH| Tourists visit 'Chadar trek' on frozen Zanskar River in Ladakh. pic.twitter.com/7Lc3OFHUI6
— ANI (@ANI) January 29, 2021
पहाड़ी क्षेत्रों की ठंडी हवाओं के कारण रात में सर्दी पड़ रही है। मौसम विभाग के अनुसार हवा का लो प्रेशर एरिया बन रहा है। इससे फरवरी के पहले हफ्ते में बूंदाबांदी के आसार बन सकते हैं।
मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में बीती रात तापमान 10 डिग्री के आसपास रहा। यहां दिनभर 12 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलीं, जिसके कारण ठंडक बरकरार रही।
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक ट्रेंड के आधार पर अगले तीन-चार दिन तक दिन के तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी होगी, लेकिन रात का तापमान 10 डिग्री के आसपास बना रहेगा।